राजेश शुक्ला/अनूपपुर। कम वेतनमान पाने वाले सबसे निचले स्तर की शासकीय सेवकों को इस बार दिवाली सूनी जायेगी, कारण अक्टूबर माह का वेतन न मिलने से त्योहार का उत्साह खत्म हो गया है जबकि शासन ने स्पष्ट निर्देश देकर कहा था कि इस बार दिवाली का त्योहार होने के कारण सभी शासकीय सेवकों को वेतन समय से पांच दिन पूर्व दिया जायेगा किन्तु जिले के कोटवारों को इसका लाभ नही मिला है,
कोटवार संघ के जिलाध्यक्ष भगवानदास केवट ने बताया कि शासन के निर्देश के बाद भी हमें वेतन नही मिला जबकि सभी शासकीय सेवकों को वेतन दिया जा चुका है इस तरह से जिला प्रशाासन द्वारा हमारी दिवाली को काली करने का प्रयास किया जा रहा है। ऐसा माना जा रहा है कि प्रशासन ने कोटवारों को दिवाली का यह उपहार भुखमरी और काली दिवाली के रूप में दिया है।