
यूपी के बरेली का रहने वाला आमिर अहमद एमपी के रायसेन स्थित बाड़ी में यूनानी डॉक्टर है। उनके दोनों बेटे वसीम (24) और नसीम (19) भोपाल में ऐशबाग की हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में किराए से रहते थे। वसीम चूना भट्टी स्थित यूनानी मेडिकल कॉलेज में फोर्थ ईयर का स्टूडेंट था। आरोपी नसीम यूनानी मेडिकल कॉलेज में दाखिले की तैयारी कर रहा था। दो बार उसने यूनानी में एडमिशन के लिए परीक्षा दी। पास भी हो गया लेकिन मेरिट में नाम नहीं आने से वह परेशान रहने लगा। घरवाले हमेशा उसे बड़े भाई वसीम की तरह पढ़ाई करने का ताना देते। कभी-कभी उससे कहते कि पढ़ाई तेरे बस की बात नहीं है। फैमिली की यही बात नसीम को चुभने लगी और उसने एक दिन गुस्से में आकर अपने पिता से कहा- देखना, एक दिन मैं भाई को खलास कर दूंगा।
आरोपी ने सिर पर 6 से ज्यादा बार हथौड़ी से वार करने के बाद परदे से गला भी घोंट दिया। इसके बाद दीवार पर पड़े खून के छींटों को साफ किया, कपड़े बदले और फिर नींद की तीन गोलियां खाकर सो गया। सुबह जागा तो उसने मकान मालिक से कहा- भाई का किसी ने मर्डर कर दिया। पुलिस ने जब आरोपी से सख्ती से पूछताछ की तो उसने हत्या करना कबूल किया।
क्राइम पट्रोल देखकर रची थी साजिश
एएसपी राजेश सिंह चंदेल ने बताया कि आरोपी देर रात तक क्राइम पट्रोल और क्राइम बेस्ड नाटकों को देखने का शौकीन है। पूछताछ में उसने यह बात कबूल की है कि इन सीरियल्स में वह यह देखता था कि लोगों को कैसे मारा जाता है और सबूत कैसे छुपाए जाते हैं।