
पुलिस ने बरही थाना अंतर्गत नदावन और बडागाव के बीच नकली डीजल से भरा टैंकर पकड़ा था, जिसमे 6000 लीटर से ज्यादा निकला नकली डीजल मिला। ड्राइवर ने पुलिस को बताया कि हाई केरोसीन से नकली डीजल पन्ना के साह नगर केरोसिन डिपो मे बनता है। यह नकली डीजल रासायनिक पाउडर और डीजल सार मिला कर बनाया जाता है।
कैमिकल में आग लगाकर फरार हुए कर्मचारी
बरही थाना प्रभारी ओंकार तिवारी और नायब तहसीलदार ने पुलिस अधिक्षक गौरव तिवारी के निर्देशन पर छापा मारा। डिपो के कर्मचारी, अधिकारियों को देखते ही फरार हो गये। छापा मारने गये अधिकारियों ने तलाशी ली जिसमें कैमीकल से भरे बोरो मे डिपो कर्मचारी आग लगा फरार हो चुके थे। देखते ही मौजूद पुलिस ने आग बुछा कर कैमिकल से भरे बोरों का पंचनामा तैयार कर जप्त किया। साथ ही डिपो को सील कर दिया गया।
अभी तो कार्रवाई शुरू हुई है
ड्राईवर ने जानकारी देते हुए यह भी बताया कि फर्जी बिल मैनेजर ने बाई पास पे दिया था जो कि ओरियंटल आटोमोबाईल के नाम से झिंझरी मे इंडिया आयल का पम्प है। सीएसपी के निर्देशन मे तहसीलदार फूड इंस्पेक्टर टीआई माधवनगर ने छापा मारा तो रिकार्ड मे बहुत कुछ अनियमितता पाई गई। 6000 लीटर का फर्जी बिल बनाया गया था। मैनेजर पर शंका होते ही पुलिस ने फर्जी दस्तावेज जब्त कर लिया। अभी भी डीपो पम्प आदि से सम्बंधित जानकारी जुटाने मे पुलिस जुटी हुई है।
नगरसेठ का पूरा परिवार भूमिगत
इस मामले साक्ष गवाहों के आधार पर नगर सेठ कहे जाने वाले विश्वनाथ गुप्ता उर्फ विस्सू सेठ के दोनों बेटे राहुल और मुकेश गुप्ता पर मामला पंजीबद्ध किया गया है। बताया जा रहा है कि विस्सू गुप्ता सपरिवार कटनी छोड़ फरार है जिसकी तलाश पुलिस लगातार विस्सू के ठिकानों पर कर रही है। वही टैंकर डाईवर ने प्रारम्भिक पूछताछ मे बताया की हर सप्ताह तीन से चार टैंकर नकली डीजल बनाकर पैट्रोल पम्प के टैंकर मे डालकर विक्रय किया जाता रहा है।