नईदिल्ली। आईपीएस अधिकारियों के संघ नेे आईएएएस अधिकारियों के साथ वेतन तथा करियर में मिलने वाले अन्य लाभों में समानता की मांग की। आईपीएस अधिकारी संघ ने उनके वैध अधिकारों के मिलने में हो रही देरी में आईएएएस अधिकारियों की भूमिका की ओर संकेत किया।
संघ ने कहा कि जब सिफारिश किए गए, और कभी-कभी तय अधिकार, सेवा लाभ मिलने में होने वाली देरी बहुत ज्यादा हो जाती है, एेसे में उसके अधिकारियों के पास चिंतित होने का सही कारण है। इसी देरी के कारण सेवाओं के बीच आंतरिक असमानता बहुत ज्यादा बढ़ जाती है।
संघ ने एक बयान जारी कर कहा, जब एेसी असमानताओं के लाभार्थी (आईएएस) सरकार को सलाह देने की भूमिका में होंगे तो, हितों का टकराव होना लाजमी है। एेसा तब नहीं होगा जब प्रक्रिया को पारदर्शी, समयबद्ध और तर्कपूर्ण बनाने के लिए अतिरिक्त कदम उठाए जाएं।
भारतीय पुलिस सेवा (केन्द्रीय) संघ की वार्षिक महासभा बैठक (एजीएम) में वेतन में असमानता के मुद्दे पर चर्चा हुई। आईएएस अधिकारियों को वर्तमान मेंं अन्य सेवाओं की तुलना में केन्द्र में प्रतिनियुक्ति पर आने के लिए दो वर्ष का लाभ दिया जाता है। इसके अलावा आईएएस अधिकारियों को उनके तीन पदोन्नति स्तरों पर उनके बेसिक वेतन पर तीन प्रतिशत की दर से वेतन वृद्धि भी मिलती है। यह तीनों पदोन्नतियां सेवा के चार, आठ और 13 वर्ष पूरे होने पर मिलती हैं। भाषा एजेंसी