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एसीपी क्राइम राजेश चेची ने बताया कि 19 अक्टूबर की शाम फज्जूपुर निवासी एडवोकेट केपी भाटी एक व्यक्ति के बारे में जानकारी लेने बड़खल क्राइम ब्रांच के पास गए थे। उनके साथ कुछ महिलाएं भी थीं। केपी भाटी द्वारा दी गई शिकायत के अनुसार क्राइम ब्रांच परिसर में एएसआई सुरेश मलिक, सिपाही सोनू और सिपाही अमित मिले। बातचीत के दौरान केपी भाटी की तीनों पुलिसकर्मियों से कहासुनी हो गई। इसके बाद तीनों पुलिसकर्मियों ने केपी भाटी को अंदर बंद कर लात-घूंसों से पीटा। उनके मुंह में शराब उड़ेल दी।
इसके बाद पुलिसकर्मियों ने केपी के खिलाफ केस दर्ज करने की मंशा से बीके अस्पताल में मेडिकल कराया। मेडिकल में डॉक्टर ने केपी को लगी कई ताजा चोटों का भी जिक्र कर दिया। इसके बाद मामला क्राइम ब्रांच एसीपी राजेश चेची के पास पहुंचा। कुछ समय पहले बड़खल क्राइम ब्रांच परिसर में चोरी के आरोपी रवि वाल्मीकि की बहुत ज्यादा पिटाई से मौत हो गई थी। इस मामले में क्राइम ब्रांच के प्रभारियों ने मीडिया के साथ मिलकर उसकी मौत को महज एक हादसा बता दिया था। यदि तब सच उजागर होता तो क्राइम ब्रांच की टीम के खिलाफ मुकदमा दर्ज हो जाता।