मध्यप्रदेश। जबलपुर के सरकारी अस्पताल में एक महिला एवं उसकी नाबालिग बेटी से रेप की कोशिश की गई। आरोपियों को पकड़ भी लिया गया लेकिन सिविल सर्जन ने उन्हे फटकार लगाकर छोड़ दिया। डॉ. ऐके सिन्हा का कहना है कि इतनी छोटी घटना के लिए और कर भी क्या सकते थे।
विक्टोरिया अस्पताल में सिहोरा निवासी 50 वर्षीय महिला संक्रमण वार्ड में भर्ती है। कुछ दिन पहले रात के समय जब वो नींद में थी तभी वार्ड में मौजूद बल्ला नाम का एक अन्य मरीज उसके बिस्तर पर आकर लेट गया। बल्ला के साथ दो लोग और भी मौजूद थे। बिस्तर पर लेटकर आरोपी ने महिला के साथ अश्लील हरकतें करना शुरू कर दी। महिला की नींद खुली तो उसने बल्ला को देख शोर मचाया जिसे सुन उसकी बेटी भी वहां आ गई। मौके पर मौजूद दो अन्य आरोपियों ने बच्ची के पहुंचते ही उसे रोकते हुए छेड़छाड़ शुरू कर दी।
महिला का आरोप है कि आरोपियों ने उसके और बेटी के साथ रेप की भी कोशिश की, लेकिन इस बीच अस्पताल का स्टाफ मौके पर आ पहुंचा और उन्होंने आरोपियों को दबोच लिया। मामला अस्पताल प्रशासन तक पहुंचा तो उन्होंने पुलिस को इसकी जानकारी दी। सिविल सर्जन डॉ. ऐ. के सिन्हा का दावा है की उन्होंने लोकल पुलिस को सूचना दी थी और तीनों आरोपियों को डांट कर भगा दिया गया था। इस घटना को हल्का बताते हुए सर्जन ने तर्क दिया कि वो मामले में और क्या करते, क्योंकि ये ऐसी कोई बड़ी घटना नहीं थी।