सागर। आईपीएस सचिन अतुलकर फिटनेस के मामले में पुलिस महकमे के अफसर-कर्मचारियों के आइकॉन हैं। इन दिनों एसपी सागर के पद पर पदस्थ हैं। वे जहां भी जाते हैं युवक-युवतियां उनसे सेल्फी की रिक्वेस्ट करने लगते हैं। लेकिन, उनकी शानदार फिटनेस और पर्सनैलिटी ही अब उनकी दुश्मन बन गई है। सचिन की फोटो बदमाशों के निशाने पर है। उनकी फोटो के दम पर बदमाश फेसबुक पर लड़कियों से फ्रेंडशिप कर उनका गलत इस्तेमाल कर रहे हैं। शरारती युवक वॉट्सएप डीपी तक में सचिन का फोटो लगाकर लड़कियों को धोखा दे रहे हैं। ऐसे मामले सिर्फ मध्य प्रदेश में ही नहीं, देश के कई हिस्सों में भी सामने आए हैं। हाल ही में दमोह जिले के हिंडोरिया में एक मामले में एफआईआर दर्ज हुई है।
अब तक 5-6 मामले आ चुके हैं सामने
एसपी सचिन अतुलकर बताते हैं कि मेरी फोटो के गलत इस्तेमाल के 5-6 मामले सामने आ चुके हैं। कुछ बदमाश मेरी फोटो के जरिए लड़कियों को परेशान कर रहे हैं। मैं सब मामले तो नहीं देख सकता, लेकिन जैसे ही पता चलता है प्रोफाइल बंद करवा देता हूं। 32 साल के अतुलकर 2007 बैच के आईपीएस हैं। वे रोज 2 घंटे जिम जाते हैं।
केस-1 मध्य प्रदेश: प्रेम जाल में फंसाया ब्लैकमेल किया
मप्र के दमोह में रहने वाले मनोज सोनी ने फेसबुक पर फर्जी प्रोफाइल बनाई। प्रोफाइल पिक्चर में सचिन की फोटो लगा ली। खुद को दिल्ली का आईपीएस बताते हुए एक लड़की से दोस्ती कर ली और उसे प्रेम जाल में फंसा लिया। लड़की से पर्सनल फोटो-वीडियो मंगा लिए, बाद में इन्हीं से लड़की को ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। शिकायत पर पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
केस-2 महाराष्ट्र: 6 महीने से खुद को कमिश्नर बता रहा है
महाराष्ट्र में एक युवती को एक अन्य बदमाश ने खुद को मुंबई पुलिस कमिश्नर बताते हुए दोस्ती कर ली। यहां भी सचिन अतुलकर की फोटो से लड़की धोखा खा गई। 6 महीने बाद जब युवती को शक हुआ तो उसने फोटो गुगल पर सर्च की। पता चला यह तो सागर एसपी सचिन अतुलकर हैं। लड़की ने सचिन को कॉल कर घटना की जानकारी दी। हालांकि, बदमाश पकड़ा नहीं गया।
केस-3 दिल्ली: टीवी पर सचिन को देखा तो खुलासा
मामला दिल्ली का है। विजय नाम के एक शख्स ने आईपीएस सचिन के फोटो को अपनी प्रोफाइल पिक्चर बना रखा था। कुछ युवतियों को उसने इसी फोटो के जरिए धोखा देकर दोस्ती की थी। एक दिन इन्हीं में से एक युवती ने जब टीवी पर सागर एसपी को देखा तो मामला खुला। लड़की ने नंबर सर्च कर सचिन को कॉल किया और पूरा मामला बताया। इसके बाद साइबर सेल ने फर्जी प्रोफाइल बंद कर दी है।