
शनिवार रात धार की चार साल की बच्ची राधिका का एमवायएच में कान का ऑपरेशन किया गया। उसके कान से 30 से 35 कीड़े निकले। दूसरे दिन रविवार को फिर कान से लगभग 40 कीड़े बाहर आए। कीड़ों ने कान की स्थिति इतनी खराब कर दी कि कान के पीछे गड्ढा हो गया और अंदर हड्डी तक नुकसान पहुंचा दिया है।
डॉक्टरों के अनुसार इस तरह की परेशानी सिर्फ परिजन की लापरवाही से होती है। अभी भी बच्ची का इलाज जारी है। एमवायएच के ईएनटी विभाग बच्ची का केस संभाल रहा है। डॉक्टरों के सामने भी इस तरह का मामला पहली बार आया है, जिसमें इतनी बड़ी संख्या में कान से कीड़े निकले हों। कीड़ों को बॉटल में भरकर गिना जा रहा है।
ब्रेन को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं कीड़े
ईएनटी विभागाध्यक्ष डॉ. आरके मूंदड़ा ने बताया कि कान में कीड़ा लापरवाही से होता है। कान में पानी या पस निकलने पर परिजन को तुरंत गंभीरता से लेकर डॉक्टर को दिखाना चाहिए। पस वाले कान में कीड़े से लार्वा पनपता है और यह कान के साथ-साथ आंख और ब्रेन तक को खराब कर सकता है। इसमें थोड़ी भी लापरवाही जिंदगी के लिए खतरा साबित हो सकती है, क्योंकि कान के अंदर के टिशूज और हड्डी बहुत नाजुक होते हैं, इसे कीड़े बहुत जल्दी नुकसान पहुंचा सकते हैं।