
हैदराबाद से सांसद ओवैसी ने पूरी घटना को बेहद चौंकाने वाला बताया। उन्होंने कहा, यह हैरान करने वाला है कि जेल से भागते हुए इन विचाराधीन कैदियों ने पूरे कपड़े, जूते, घड़ियां और कलाई पर बैंड पहने हुए थे।साथ ही उनकी पैंट में बेल्ट भी लगी थी। विचाराधीन कैदियों को ये सब वस्तुएं नहीं दी जाती हैं। जांच में ही पता चल सकता है कि उनके पास ये वस्तुएं कहां से आईं।
ओवैसी ने कहा कि राज्य के गृह मंत्री और पुलिस अधिकारियों के बयान में भी भिन्नता है। विचाराधीन कैदियों की मौत की अन्य घटनाओं का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इससे न्याय में मुश्किल आती है। आतंकी गतिविधियों से संबंधित मामलों की सुनवाई निश्चित समयसीमा में कर ली जानी चाहिए।