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गौरतलब है कि एनजीटी ने जिला प्रशासन को बड़े तालाब का सीमांकन करने के आदेश दिए हैं। जिसके तहत टीटी नगर वृत्त की अतिरिक्त तहसीलदार संध्या चतुर्वेदी के नेतृत्व में आरआई और पटवारियों की टीम गौरा, बिशनखेडी, प्रेमपुरा और सेवनिया गांव में पहुंची। बिशनखेड़ी में पुलिस रिफॉर्म के डीजी मैथलीशरण गुप्त का फॉर्महाउस, बिल्डर पियूष गुप्ता का निर्माण, बीलखेड़ा में फॉरेस्ट का रेस्ट हाउस और प्रेमपुरा में जहानुमां की दीवार और सैयाजी का कुछ हिस्सा तालाब के एफटीएल से 50 मीटर के दायरे में सामने आए हैं।
गौरा गांव में नाले के किनारे लगी एफटीएल की मुनार से टीम ने नपती कराई तो कच्चे-पक्के एक दर्जन मकान 50 मीटर के दायरे में मिले। एक मकान तालाब किनारे मौजूद श्मशान के पास बना मिला। बिशनखेड़ी में नपती के दौरान डीजी मैथलीशरण गुप्त का पूरा फॉर्म हाउस ही 50 मीटर के दायरे में बना हुआ मिला है। इसी तरह बीलखेडा में फॉरेस्ट का रेस्टहाउस भी एफटीएल से 50 मीटर के भीतर आ रहा है। सैयाजी और जहानुमा रिट्रीट की दीवार अतिक्रमण की चपेट में मिली। भदभदा के पुराने पुल के नीचे की पूरी बस्ती ही अवैध रूप से बसी हुई मिली है। यहां सब्जी मंडी भी तालाब से 50 मीटर के दायरे में आ रही है। इधर हुजूर वृत्त में करीब एक दर्जन अतिक्रमण चिन्हित किए गए हैं।
एनजीटी के आदेश के बाद सबसे पहले हुजूर वृत्त की टीम ने सोमवार से सीमांकन शुरू किया था। इसके बाद टीटी नगर वृत्त में सीमांकन शुरू हुआ। वहीं एसडीएम शहर प्रदीप शर्मा ने अपनी टीम को बुधवार से सीमांकन शुरू करने के निर्देश दे दिए हैं और बैरागढ़ तहसीलदार विनोद सोनकिया के मुताबिक सीमांकन के लिए दो टीम बना दी गई हैं।