
एक नागरिक अधिकार संगठन ने इस घटना की जांच नफरत से प्रेरित अपराध के तौर पर करने की मांग की है। देश के सबसे बड़े सिख नागरिक अधिकार संगठन ‘द सिख कोएलिशन’ के बयान के अनुसार, ‘हमलावरों ने मान सिंह का पीछा किया और उनकी कार की खुली खिड़की के शीशे से उन पर हमला किया। समूह ने उनकी पगड़ी गिरा दी और उनके चेहरे पर बार-बार वार किया।
खालसा ने कहा कि समूह में ‘पांच से छह गोरे थे, जिनकी आयु 20 से 30 वर्ष के करीब थी।’ इन लोगों ने उन्हें अपशब्द कहे और उनमें से तीन ने उन पर शारीरिक रूप से हमला भी किया।
शिकायत में कहा गया कि समूह में शामिल व्यक्ति चिल्ला रहे थे कि खालसा के बाल काट दिए जाने चाहिए। समूह में शामिल व्यक्तियों ने उनका सिर कार की खिड़की से बाहर निकाला और उनके मुट्ठी भर बाल काट दिए। खालसा की उंगलियों, हाथ, आंख और दांतों को चोट पहुंची है।