नईदिल्ली। भाजपा के पितृपुरुष पं. दीनदयाल उपाध्याय की 'हैसियत' पर प्रश्न करने वाले IAS अफसर एवं जिला पंचायत कांकेर, छत्तीसगढ़ के सीईओ शिव अनंत तायल को हटा दिया गया है। उन्हें राज्य मंत्रालय में बिना विभाग के अटैच किया गया है। शनिवार को अवकाश के बावजूद यह आदेश जारी किया गया।
2012 बैच के आईएएस तायल ने शुक्रवार को सुबह अपने फेसबुक अकाउंट पर पं. उपाध्याय को लेकर टिप्पणी कर दी थी। इसमें उन्होंने पूछा था कि पं. उपाध्याय की उपलब्धियां क्या हैं? उन्होंने लिखा था कि अपने अकादमिक जीवन में उन्होंने पं. उपाध्याय की विचारधारा के बारे में अधिक नहीं पढ़ा। राजनीतिक और प्रशासनिक हल्कों में मचे बवाल को देखते हुए अनंत ने दोपहर अपनी टिप्पणी को फेसबुक से हटा लिया था। उनकी इस पोस्ट को पढ़ने के बाद राज्य के कई नेताओं ने इसे अमर्यादित कहा था और शासन से कार्रवाई की मांग की थी। इसके बाद रात साढ़े दस बजे तायल ने अपनी पोस्ट पर खेद जताया और माफी मांग ली। मामले को सीएम डॉ. रमन सिंह ने गंभीरता से लिया और शनिवार सुबह उन्होंने कार्रवाई के निर्देश प्रभारी मुख्य सचिव अजय सिंह को दे दिए।
सिंह ने एक आदेश जारी कर तायल को मंत्रालय अटैच कर दिया। उनकी जगह कांकेर जिला पंचायत में फिलहाल कोई नई नियुक्ति नहीं की गई है।
अफसरों को मर्यादा में रहना चाहिए: डाॅ. रमन
इस मामले में मुख्यमंत्री डाॅ. रमन सिंह ने अफसरों को कड़ी ताकीद भी दी है। उन्होंने राजनांदगांव में कहा कि तायल जैसे अफसर संभल जाएं। अफसरों को मर्यादा में रहना चाहिए। नासमझी में बयानबाजी न करें। उन्हें कार्यशाला आयोजित करके प्रशिक्षण देने की जरूरत है।
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