जबलपुर। अच्छा आर्मी वाले की तरफदारी करने चले आए हो... जानते नहीं हम संगठन से जुड़े हुए हैं, दो मिनट लगेगा तुम्हारी वर्दी उतरने में। पहले तो आप तमीज से बात करिए, गलती करतें हैं और संगठन की धमकी देते हैं। हमें भी मुख्यमंत्री जी ने गुंडागर्दी रोकने का आदेश दिया है, चलिए निकलिए...। ये बातचीत गुरुवार की रात सिविक सेंटर स्थित वंदे मातरम चौक पर विहिप कार्यकर्ता और पुलिस कर्मियों के बीच करीब 15 मिनट चली झड़प के दौरान हुई। हालांकि बाद में विहिप कार्यकर्ताओं को पुलिस ने फटकारते हुए खदेड़ दिया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार गुरुवार की रात सिविक सेंटर वंदे मातरम् चौक के पास एक आर्मी अधिकारी अपने परिवार के साथ खरीददारी करने पहुंचा था। कार खड़ी करने के बाद वे बाजार चले गए थे, लेकिन जब लौटे तो मंडला पासिंग की स्विफ्ट कार उनकी कार से सटकर खड़ी हुई थी। आर्मी पर्सन ने अपनी कार निकालना शुरू किया लेकिन दूसरी कार से उनकी हल्की टक्कर हो गई। स्विफ्ट कार में चार युवक बैठे हुए थे, जिसमें दो युवक नीचे उतरे और गालीगलौज शुरू कर दी।
इसी बीच ड्यूटी पर तैनात एक एएसआई और दो सिपाही दौड़कर पहुंचे, जिन्होंने दोनों पक्षों की बात सुनने के बाद स्विफ्ट कार वाले को जाने की हिदायत दी लेकिन एक युवक पुलिस पर बिफर गया और खुद का नाम रूपेश नायडू बताते हुए विहिप कार्यकर्ता होने का हवाला देते हुए संगठन के नाम से पुलिस कर्मियों को धमकाते हुए गालीगलौज करने लगा लेकिन पुलिस ने भी तत्काल पलटवार करते हुए चारों युवकों को फटकारते हुए खदेड़ दिया। इस दौरान इलाके में हड़कंप की स्थिति बन गई थी। लेकिन वायरलैस सेट पर कॉल होते ही कई थानों का फोर्स मौके पर पहुंच गया।