भोपाल। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में जन्म लेने वाला कोई भी व्यक्ति आवासहीन नहीं रहेगा। इसके लिये सरकार अगले विधानसभा सत्र में कानून बनायेगी। उन्होंने बताया कि आवास बनाने के लिये सरकार 1 लाख 20 हजार रुपये की सहायता देगी और शौचालय के लिये अलग से 12 हजार की राशि हितग्राही को उपलब्ध करवायेगी। श्री चौहान आज शहडोल में विशाल जन-सभा को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में आदिम-जाति कल्याण मंत्री श्री ज्ञान सिंह, उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल, गृह मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह, लोक निर्माण मंत्री श्री रामपाल सिंह और राज्य मंत्री श्री संजय-सत्येन्द्र पाठक उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आवासहीनों को जमीन या आवास उपलब्ध करवाने के लिये वर्ष 2017 में कानून बनाया जायेगा। उन्होंने कहा कि मैं प्रदेश की जनता का राजा नहीं, उनका सेवक हूँ और उन्हीं के बीच रहना पसंद करता हूँ। मेरा प्रयास है कि उनके सुख-दुख में भागीदार बनूं। श्री चौहान ने कहा कि महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाया जा रहा है। अगले वर्ष 12 जनवरी को मुख्यमंत्री निवास में विद्यार्थी पंचायत की जायेगी। इसमें विद्यार्थियों की समस्याओं और प्रतिभावान विद्यार्थी अच्छी से अच्छी शिक्षा कैसे ग्रहण करे, इस पर विचार किया जायेगा। उन्होंने कहा कि कोई भी विद्यार्थी पैसे के अभाव में शिक्षा से वंचित नहीं रहेगा। प्रदेश की प्रतिभाओं को कुंठित नहीं होने दिया जायेगा।
उन्हें उच्च शिक्षण संस्थानों में पढ़ने के लिये सारी सुविधाएँ उपलब्ध करवायी जायेंगी। मुख्यमंत्री ने 'नमामि देवि नर्मदे'' सेवा यात्रा का उल्लेख करते हुए बताया कि इस दौरान नशामुक्ति अभियान चलाया जायेगा। यह कार्यक्रम पूरे विश्व में अपनी तरह का पहला अभियान है। इसके जरिये लोगों को साफ-सफाई, पर्यावरण के प्रति सचेत और सजग किया जायेगा। उन्होंने नागरिकों का आव्हान किया कि वे प्रदेश के विकास में सक्रिय सहभागिता निभायें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि योजनाओं का क्रियान्वयन प्रभावी तरीके से हो, यह जिम्मेदारी तंत्र की है। इसमें किसी भी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जायेगी।