कानपुर। कानपुर के पास रविवार तड़के सुबह 3.10 बजे बड़ा ट्रेन हादसा हुआ है। कानपुर देहात जिले के पुखरायां रेलवे स्टेशन के आउटर के पास 19321 अप इंदौर-राजेंद्र नगर पटना एक्सप्रेस के 14 डिब्बे पटरी से उतर गए। इस हादसे में अब तक 122 लोगों के मरने की खबर है। मृतकों की संख्या बढऩे की आशंका बताई जा रही है। इसके साथ ही 200 लोग जख्मी बताए जा रहे हैं। आरंभिक जांच के अनुसार रेल हादसा पटरियों में फ्रेक्चर के कारण हो सकता है।
हादसे में स्लीपर के 6 और एसी के 3 कोच सबसे ज्यादा दुर्घटनाग्रस्त हुए हैं। खबरों के मुताबिक सबसे ज्यादा मौतें एस 1 और एस 3 कोच में हुईं हैं। रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने दुर्घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं। रेलवे ने हादसे की उच्च स्तरीय जांच के आदेश भी दे दिए हैं। इसके साथ ही रेलवे की तरफ से हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं।
रेलवे प्रवक्ता अनिल सक्सेना ने कहा कि दुर्घटनास्थल पर मेडिकल टीमों को रवाना कर दिया गया है और राहत और बचाव कार्य चल रहा है। उधर, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने डीजीपी को निजी तौर पर राहत और बचाव कार्य की निगरानी करने के निर्देश दे दिए हैं। पुलिस उप महानिरीक्षक ने बताया कि बचाव एवं राहत कार्य तेजी से चल रहा है। घायलों को अस्पताल में पहुंचाने के लिए 21 एम्बुलेंस लगाई गई हैं। कुछ घायलों को निजी वाहनों से भी अस्पताल पहुंचाया गया है।
इस हादसे की वजह से झांसी-कानपुर रेल खण्ड पर यातायात अवरूद्ध हो गया है। कई ट्रेनों के मार्ग बदल दिये गये हैं जबकि कई को रद्द करना पडा। मुम्बई से लखनऊ आने वाली पुष्पक एक्सप्रेस का मार्ग परिवर्तित कर दिया गया है। वह अब जालौन से ग्वालियर होते हुए लखनऊ आ रही है।
हादसे की शिकार हुई ट्रेन के एक यात्री हाजी याकूब अहमद नें बताया कि दुर्घटना के समय ज्यादातर लोग सो रहे थे। अचानक इतनी तेज आवाज हुई की लोगों की नींद टूट गयी। नींद टूटते ही यात्रियों की चीख पुकार सुनाई दे रही थी।