
बता दें, कि ये दीया श्रीश्री लक्ष्मी पूजा नवयुवक समिति और सूर्यकुंडधाम जीर्णोद्धार समिति ने इसे तैयार कराया हैै. आयोजक मंडल ने सदस्य ने बताया कि इस साल देश के लिए अपनेे प्राणों की आहुति देने वाले शहीद जवानोंं के लिए कुछ अलग करने का निर्णय लिया और इस साल 150 कुंतल का मिट्टी का ‘दीया’ बनवाने का निर्णय लिया गया।
वहीं समितियों का मानना है कि यह “दीया” विश्व में सबसे बड़ा होगा. समिति ने विश्व रिकार्ड दर्ज कराने के लिए लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड से भी संपर्क साधा है. हालांकि, अभी समिति को कोई जवाब नहीं मिला है।