लखनऊ। पाकिस्तान के पेशावर में भारत की नकली करेंसी छापने के लिए एक बड़ा कारखाना लगा है। वहां से 500 एवं 1000 के नकली नोट छपकर आ रहे थे। ये इतनी चतुराई से छापे जा रहे थे कि असली और नकली के बीच अंतर कर पाना लगभग असंभव था। बैंक में रखीं मशीनें भी इन्हें पकड़ नहीं पा रहीं थी। माना जा रहा है कि ऐसे नकली नोटों को रोकने के लिए मोदी ने अचानक नोटबंदी का फैसला किया। यूपी के सीएम अखिलेश यादव ने मोदी से पूछा कि क्या गारंटी है पाकिस्तान 2000 के नकली नोट नहीं छापेगा। क्या हर बार करेंसी बदलेंगे? सीएम ने कहा कि केंद्र सरकार अपनी कमी छिपाने के लिए नोट बंद किए हैं। जब तक हम मिलकर नहीं चलेंगे, तब तक कालाधन बंद नहीं होगा।
मुख्यमंत्री अखिलेश ने बाल दिवस के मौके पर हिन्दी संस्थान में साहित्यकारों को सम्मानित किया। इस दौरान उन्होंने सवाल उठाया कि पहले कह रहे थे कुछ दिन में सब ठीक हो जाएगा, फिर कहा 10 दिन में सब ठीक होगा अब कह रहे हैं कि 50 दिन लगेंगे।
मोदी गरीबों की समस्या नहीं समझते
मुख्यमंत्री ने कहा कि अपनी कमी छिपाने के लिए इन्होंने नोट बंद कर दिए। बोआई तभी होगी जब जेब में पैसा होगा, कम से कम किसान को छूट देनी चाहिए थी। केंद्र सरकार को पता ही नहीं कि यहां कितनी समस्या है। वो गरीबों की समस्या नहीं समझते हैं। ऐसा ही रहा तो समस्या दूर होने में अभी दो-ढाई महीना लग सकते हैं।
अकेले बंद नहीं कर पाएंगे कालाधन
अखिलेश ने आगे कहा कि जब तक हम मिलकर नहीं चलेंगे, तब तक कालाधन बंद नहीं होगा। जब तक हम सब मिलकर नहीं चलेंगे, तब तक कालाधन बंद नहीं हो पाएगा। हम और आप मिल कर संकल्प लें, तो कालेधन और भ्रष्टाचार का समाधान हो जाएगा। आरबीआई के आंकड़े आएंगे तो पता चलेगा कितना कालाधन आया। ( पढ़ते रहिए bhopal samachar हमें ट्विटर और फ़ेसबुक पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं।)