नई दिल्ली। नोटबंदी के बाद बैंकों के बाहर लगी कतारों को देख जहां कोलकाता हाईकोर्ट ने सरकार को फटकार लगाई है। वहीं सुप्रीम कोर्ट ने भी हिंसा की आशंका जताई है क्योंकि नोटबंदी के बाद से मानो पूरा देश बैंकों के बाहर लगी कतार में खड़ा नजर आ रहा है।
वहीं दिल्ली में एक बैंक ने इम्तियाज नाम के एक व्यक्ति को 20 हजार रुपए के 10-10 के सिक्के थमा दिया, जिससे वह अपना माथा पीट रहा है, लेकिन क्या करे, मरता क्या न करता, लाइन में लगकर घंटों इंतजार करने के बदले बीस हजार रुपए के सिक्के लेना ही बेहतर समझा।
दरअसल, इम्तियाज आलम ने बैंक मैनेजर से बात की तो मैनेजर ने उन्हें कैश खत्म होने की बात कही साथ ही मैनेजर ने यह भी कहा कि यदि वह पैसा लेना चाहते हैं तो बैंक के पास उन्हें देने के लिए सिर्फ 10 रुपए के सिक्के ही मौजूद हैं। इम्तियाज आलम ने बैंक मैनेजर का ऑफर स्वीकार कर लिया और लंबी कतार में खड़े होकर कैश का इंतजार करने के बजाए बैंक से बीस हजार रुपए की कीमत के दस रुपए के सिक्के ले लिए।
हालांकि नोटबंदी के बाद से सरकार द्वारा कई बार नियमों में बदलाव भी किया गया। इसके बावजूद बैंकों के बाहर भीड़ कम होने का नाम नहीं ले रही है।