नईदिल्ली। आज नोटबंदी का नौंवा दिन है और इसकी वजह से प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष मौतों की संख्या अब 33 पहुंच गयी है। सबसे नया मामला कर्नाटक के चिकबल्लपुर जिले का है जहां एक औरत ने इसलिए आत्महत्या कर ली क्योंकि उसके मुश्किलों से बचाए हुए 15000 रुपए नोट बदलने की लाइन में किसी ने चुरा लिए। इससे पहले छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में भी 45 साल के एक किसान की बैंक की लाइन में 3 दिन लगातार लगने के बाद हार्ट अटैक से मौत हो गयी। किसान तमिलनाडु में रहने वाले अपने बेटे को कई दिन से 3000 रुपए भेजना चाह रहा था।
कैश की कमी से परेशान है आम जनता
गौरतलब है कि बुधवार को भी बैंक और एटीएम पर लोगों की लंबी-लंबी कतारों में कुछ ख़ास बदलाव नहीं देखा गया। नए नोट न मिलने के चलते पूरे देश से ही लोगों की मौत की ख़बरें आ रही हैं। एक अंग्रेजी अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक ये आंकड़ा अब 33 तक पहुंच गया है। जानकारों के मुताबिक सरकार ने लोगों को राहत देने के लिए कई ज़रूरी कदम उठाए हैं लेकिन ये अभी भी नाकाफी ही साबित होते दिखाई दे रहे हैं।
जानिए कहां-कहां सामने आई हैं घटनाएं
1. पंजाब के तरन तारन में सुखदेव सिंह को बेटी की शादी से पहले सिर्फ इसलिए हार्ट अटैक आ गया क्योंकि उनके पास इंतजाम के लिए पर्याप्त कैश नहीं था। सुखदेव की पत्नी सुरजीत कौर के मुताबिक नोट बंदी के बाद कोई भी पुराने नोट लेने के लिए तैयार नहीं था इसी के चलते सुखदेव परेशान चल रहे थे। सुखदेव की हार्ट अटैक के बाद अस्पताल ले जाते हुए मौत हो गयी। ( पढ़ते रहिए bhopal samachar हमें ट्विटर और फ़ेसबुक पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं।)