जम्मू/नई दिल्ली। पाकिस्तान में नए सेनाध्यक्ष कमर जावेद बाजवा के कमान संभालते ही जम्मू-कश्मीर में आतंकियों ने फिर सिर उठाया है। मंगलवार सुबह साढ़े पांच बजे जम्मू के नगरोटा स्थित सेना की 16वीं कोर के मुख्यालय के समीप आर्टिलरी यूनिट पर पुलिस की वर्दी में आए आतंकियों ने हमला कर दिया।
हमले में सेना के 2 अफसरों समेत 7 जांबाज शहीद हो गए। सुरक्षा बलों ने 4 आतंकी मार गिराए गए। 18 सितंबर को उरी में सेना के कैंप पर हुए हमले के ढाई माह और 29 सितंबर को पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक के दो माह बाद सेना पर यह सबसे बड़ा आतंकी हमला है।
मेस बिल्डिंग में घुस गए थे
सेना के पीआरओ मनीष मेहता ने बताया कि हमले में 2 आर्मी अधिकारी और 5 जवानों की जान चली गई है। तीन आतंकी पुलिस यूनिफॉर्म में अधिकारियों की मेस बिल्डिंग में भारी गोला-बारूद के साथ घुसे और हमला किया। तब मेस में 12 जवान, 2 महिलाएं और 2 बच्चे थे, इस वजह से बंधक जैसी परिस्थिति बन गई थी, लेकिन जल्द ही उस पर काबू पा लिया गया। खबर लिखे जाने तक सेना का कॉम्बिंग अभियान अभी जारी था।
पाक सीमा 39 किमी दूर
सेना का नगरोटा कैंप जम्मू से 15 किमी दूर और पाकिस्तान सीमा से 39 किमी दूर स्थित है। सेना के एक वरिष्ठ अफसर ने बताया कि भारी हथियारों से लैस आतंकियों ने सेना की 166 वीं आर्टिलरी यूनिट पर धावा बोला। सेना के सजग जवानों ने तुरंत मोर्चा संभाला। दोनों ओर से भारी गोलीबारी शुरू हो गई। चार आतंकियों के ढेर होने के बाद भी रुक-रुककर गोलीबारी जारी थी। इससे अंदेशा है कि कुछ अन्य आतंकी वहां छिपे हो सकते हैं।