नोटबंदी के बाद कैश की किल्लत को और आसान बनाने के लिए आज देश की केंद्रीय बैंक यानी रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने कुछ नई रणनीति पेश की। इसके अलावा ये भी बताया कि नोटबंदी की घोषणा के बाद से लोगों ने 10 नवंबर से 18 नवंबर यानी 9 दिन में लोगों ने 33000 करोड़ के नोट बदले। आरबीआई के मुताबिक अब ड्राफ्ट और कैश क्रेडिट अकाउंट रखने वाले एक हफ्ते में 50 हजार रुपये तक निकाल सकेंगे।
इससे पहले तक करंट अकाउंट वाले खाताधारक ही एक हफ्ते में 50000 रुपये तक कैश बैंक से निकाल सकते थे। आज आरबीआई ने घोषणा करते हुए कहा, समीक्षा करने के बाद ये तय किया गया कि ये सुविधा ड्राफ्ट और कैश क्रेडिट अकाउंट रखने वाले खाताधारकों को भी दी जानी चाहिए।
इसके अलावा केंद्रीय बैंक ने ये भी कहा, करंट, ओवर ड्राफ्ट और कैश क्रेडिट अकाउंट वाले ऐसे खाताधारक जो पिछले तीन महीनों से अकाउंट से लेन देन नहीं कर रहे थे वे एक हफ्ते में 50 हजार रुपये नहीं निकाल सकेंगे। ये ओवर ड्राफ्ट अकाउंट की बढ़ी हुई सीमा निजी खाताधारकों के लिए लागू नहीं होगा। इसके अलावा 50 हजार की कैश निकासी 2000 के नोट में ही मिलेगी।
नोटबंदी के बाद से लोगों ने 33000 करोड़ के नोट बदले
रिजर्व बैंक ने नोटबंदी के बाद का आंकड़ा जारी करते हुए कहा कि 10 नवंबर के बाद से बैंकों और एटीएम के जरिये 1.03 लाख करोड़ रपये की नकदी वितरित की गई है। केंद्रीय बैंक ने पुराने बड़े नोटों को चलन से हटाने के मद्देनजर बैंकों के पुराने फंसे कर्ज वर्गीकरण के नियमों में फेरबदल किया। नोटबंदी के बाद से लोगों ने बैंकों में 5.12 लाख करोड़ रुपये जमा कराए जबकि 10 नवंबर से 33,000 करोड़ रुपये के नोट बदले गये हैं।
पुराने नोटों पर बीज खरीद सकेंगे किसान
किसानों को नई सुविधा देते हुए सरकार ने ये भी घोषणा की कि वे 500 और 1000 के पुराने नोटों से भी बीज और खाद खरीद सकते हैं। इसके लिए छोटे कारोबारी भी इस सुविधा का लाभ ले सकते हैं। सरकारी बीज केंद्र पर पुराने नोटों पर भी किसानों को जरूरत के सामान बेचे जाएंगे। सरकार ने ये फैसला रबी के फसल की बुआई के समय को देखते हुए लिया है।