भोपाल। देश के ये इकलौते मुख्यमंत्री हैं, जो काफी चिंतित रहते हैं। यहां तक कि इसकी घोषणा भी वे करते हैं। पिछले 11 साल से सीएम हैं और पांच किलो वजन कम हो गया है। यहीं नहीं रुके वे, कहने लगे कि वजन कम हो गया है, लेकिन फुर्ती कम नहीं हुई।
यदि हिसाब जोड़ा जाए तो 11 साल में कुल मिलाकर 4015 दिन होते हैं। यदि इन 11 सालों में उनका वजन 65 से घटकर 60 किलो रह गया है तो इसका मतलब है कि प्रतिदिन प्रदेश के लोगों की चिंता में उन्होंने अपना आठ ग्राम वजन (0.803 ग्राम) कम किया है।
मीडिया से लेकर कर्मचारी महापंचायत के पदाधिकारी-कर्मचारी हैरान थे कि आखिर शिवराज ये क्या बोल रहे हैं। क्योंकि, न तो इसका कोई संदर्भ था और न मौका। कर्मचारियों को तो इस बात का अंदाजा-अंदेशा भी नहीं था कि सीएम इस तरह की बातें करेंगे। जब कर्मचारियों की इस महापंचायत में शिवराज पहुंचे तो सभी को आशा थी कि वे इस बात की घोषणा कर देंगे कि किसी तारीख से वे सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों को लागू करेंगे। पर, यह निराशा बनी ही रही।
बाद में जब शिवराज चले गए तो कर्मचारियों ने उनके इस भाषण की अपने-अपने तरीके से प्रतिक्रिया जताई। सभी को उम्मीद थी कि शिवराज तारीख का एलान करेंगे, लेकिन उन्होंने तो यह कहा कि पिछले 11 सालों में उन्होंने लोगों की चिंता-भलाई में अपना वजन रोज आठ ग्राम कम किया है।