नई दिल्ली। अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम जिसे भारत कभी पकड़ा नहीं पाया और पाकिस्तान ने जिसकी हमेशा सुरक्षा की। अब वही डॉन भारत लौटना चाहता है और पाकिस्तान उसे वापस आने नहीं दे रहा। दाऊद इब्राहिम को पाकिस्तान ने भले ही कितनी भी सुविधाएं और सुरक्षा दीं परंतु दाऊद इब्राहिम भारत की सरजमीं में दफन होना चाहता है। वो बहुत बीमार है और भारत में इलाज कराना चाहता है जबकि पाकिस्तान चाहता है कि उसकी मौत के बाद उसके शव को भारत भेजा जाए।
पाक को भय है कि जिंदा दाऊद कहीं भारत लौट गया, तो वो सारे राज उगल देगा। वो खुफिया एजेंसी आईएसआई और पाक सेना के बारे में बहुत जानकारी रखता है। उसने वहां के कई लोगों के काले धन बाहर भेजे हैं।
एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक दाऊद इब्राहिम गंभीर रूप से बीमार है। उसे अच्छे इलाज की सख्त जरूरत है। ऐसे में उसे चिंता सता रही है कि कहीं वो मृत्यु को प्राप्त न हो जाए। वह हर हाल में भारत में ही दफन होना चाहता है।
जब से मोदी सरकार आई है, उसने दाऊद इब्राहिम के खिलाफ कई जानकारियां जुटाई है। इसके जरिए वो दूसरे देशों से समझौते कर दाऊद की संपत्ति लिक्विडेट करवा रही है। संयुक्त अरब अमीरात ने पिछले सात महीने में 10-15 हजार करोड़ सार्वजनिक किए हैं। उनकी संपत्तियों के नाम हैं मिहाज इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन, फॉरमोसा ट्रेडिंड एफजेडइ, सोजिट्ज इंटरनेशन एफजेडइ, इटीए स्टार मनारा टॉवर।
भारत में वह कई मामलों में वांछित है। इनमें से एक है मुंबई सीरियल ब्लास्ट। माना जाता है कि इस घटना के बाद से ही दाऊद और छोटा राजन में मतभेद हो गया था। छोटा राजन भारत लौट चुका है। दाऊद का साथी अबू सालेम भी जेल में बंद है। उसे पुर्तगाल से संधि कर वापस लाया गया था।