भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में हुए आतंकवादियों के एनकाउंटर के लेकर तीखी बहस शुरू हो गई है। दिग्विजय सिंह से शुरू हुआ सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। कई लोगों ने एनकाउंटर के तरीके, समय और दूसरी कई सारी बातों पर संदेह जताया है। सरकार बचाव में हमले कर रही है परंतु मप्र की जेल मंत्री किसी भी तरह का बयान देने को तैयार नहीं हैं। उनके पास इस वारदात के सवालों का जवाब भी नहीं है।
मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल की सेंट्रल जेल से सिमी आतंकियों के फरार होने के मामले में सूबे की जेल मंत्री कुसुम महदेले ने सुरक्षा खामी पर कमेंट करने से इनकार कर दिया है। सिमी आतंकियों के हाथों मारे गए हेड कांस्टेबल रमाशंकर को अंतिम विदाई देने के लिए पहुंचीं कुसुम महदेले से जेल में सीसीटीवी कैमरे के काम करने से जुड़ा सवाल पूछा गया था। इस सवाल के जवाब में मंत्री ने कहा कि मामला पुराना हो गया है।
सिमी आतंकियों के फरार होने से जुड़े सवाल पर जेल मंत्री बोलीं- 'मुझे नहीं पता, मैं वहां नहीं थी' मंत्री से सीसीटीवी से जुड़ा सवाल दूसरी बार पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मुझे नहीं पता, मैं वहां नहीं थी। बता दें कि कुसुम मेहदेले को एक वर्ग विशेष के कारण मंत्री बनाया गया है। इसे आप आरक्षण की सीट भी कह सकते हैं।