जबलपुर। एक पुलिस अधिकारी ने निगरानीशुदा फरार बदमाश को गिरफ्तारी से बचाने के लिए अपनी वर्दी ही दांव पर लगा दी। जब कोई रास्ता नहीं बचा तो खुद ही बदमाश को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस अधिकारी को लाइन अटैच कर दिया गया है।
सूत्रों के अनुसार 20 नवम्बर की दोपहर संजीवनी नगर थाना क्षेत्र में बबलू पंडित अपने साथियों के साथ ठेकेदार अनुराग सोनी से 3 लाख रुपए छीनकर भागा। इसके बाद उसकी लोकेशन कटनी में मिली। जांच में पाया गया कि बबलू पंडित ग्वारीघाट पुलिस के लगातार संपर्क में रहकर इलाके में ही मौजूद रहता था। संजीवनी नगर पुलिस बबलू और उसके साथियों का पीछा करते हुए कटनी पहुंचीं। लेकिन वहां सहदेवराम साहू पहले से ही मौजूद थे, उन्होंने स्टाफ को बताया कि वे वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर पहुंचे हैं। इसके बाद दो दिन तक बबलू का कुछ पता नहीं चला। लेकिन मंगलवार की रात अचानक ग्वारीघाट थाने में बबलू पंडित की पुराने मामलों में गिरफ्तारी कर ली गई, नियम के अनुसार बबलू को पहले संजीवनी नगर पुलिस के सुपुर्द करना था, लेकिन साहू ने सारे नियमों की अनदेखी कर दी। रात में वरिष्ठ अधिकारियों को पूरे प्रकरण से अवगत कराया गया और फिर आनन-फानन में बबलू पंडित को लूट में प्रयुक्त कार संजीवनी नगर पुलिस को सौंपी गई। प्रेसवार्ता तक सबकुछ सामान्य चल रहा था। लेकिन दोपहर बाद एसपी डॉ. आशीष ने सहदेवराम साहू को लाइन अटैच कर दिया।
कई चौकी प्रभारियों के प्रभार बदले
ग्वारीघाट थाना प्रभारी सहदेवराम साहू के अलावा गोराबाजार चौकी प्रभारी बीडी द्विवेदी को भी लाइन अटैच किया गया है। द्विवेदी 5 साल से ज्यादा समय से गोराबाजार में पदस्थ हैं, जिन पर बबलू पंडा और रेत माफिया को संरक्षण देने के आरोप लग चुके हैं। इसके अलावा रामपुर चौकी प्रभारी आरबी मिश्रा को गोराबाजार, गोहलपुर के एसआई ब्रजेन्द्र सिंह सेंगर को आनंद नगर चौकी, एसआई निरूपा पांडे को रामपुर चौकी, उषा सोमवंशी को गढ़ा से डुमना एयरपोर्ट चौकी, कैंट थाने के एसआई करन सिंह को यादव कॉलोनी और यादव कॉलोनी चौकी प्रभारी जीआर चंद्रवंशी को रामपुर चौकी का प्रभारी बनाया गया है।