
राजधानी दिल्ली में पुराने नोट बदलने के लिए लोग सुबह-सुबह ही बैंक पहुंच गए। बैंकों के बाहर लंबी लाइन लगी है। लोग सुबह 8 बजे से ही आ गए थे। दिल्ली के अलावा पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात, मुंबई, राजस्थान, हरियाणा में भी लोग सुबह 7 बजे से ही बैंक में लाइन लगाकर खड़े थे। SBI की एमडी अरुंधती भट्टाचार्य ने कहा कि ग्राहक एटीएम से 4,000 रुपये और बैंक काउंटर से 10,000 रुपये निकाल सकते हैं। इसके अलावा चाहे जितने पैसे जमा कर सकते हैं।
घबराए नहीं, जल्द ही सब सामान्य हो जाएगा
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि जिन लोगों के पास ज्यादा अघोषित संपत्ति है उन्हें टैक्स लॉ के तहत कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि नई व्यवस्था से लोग घबराए नहीं। वीकेंड पर भी बैंक खुले रहेंगे। उन्होंने कहा कि लोगों तक जल्दी नए करेंसी पहुंचाने की कोशिश की जा रही है।
रात 8 बजे तक खुले रहेंगे बैंक
कालेधन पर लगाम लगाने को लेकर केंद्र सरकार के 500 और 1000 के नोट बंद करने के बाद गुरुवार को सभी बैंक खुले हैं। बैंकों में सुबह 8 बजे से रात के 8 बजे तक काम होगा। लोगों की परेशानियों को देखते हुए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने शनिवार और रविवार को भी सभी बैंक खुले रखने के फैसला किया है।
शुक्रवार से ATM से निकलेंगे नए नोट
वित्त सचिव अशोक लवासा ने बुधवार को साफ किया है कि शुक्रवार से सभी बैंकों के एटीएम में 500 और 2000 रुपये के नए नोट उपलब्ध रहेंगे. बता दें, सरकार ने पहले मंगलवार को घोषणा की थी कि सभी एटीएम दो दिनों के लिए बंद रहेंगे. जब शुक्रवार को एटीएम खुलेंगे, तो एक व्यक्ति एक कार्ड के जरिए 18 नवंबर तक 2000 रुपये प्रतिदिन निकाल सकता है. बाद में इसकी लिमिट बढ़ाकर 4000 रुपये कर दी गई है.
30 दिसंबर तक बदलें नोट
पीएम मोदी ने कहा था कि जिनके पास 500 और 1000 रुपये के नोट हैं वो 10 नवंबर से 30 दिसंबर तक बैंक और प्रमुख डाकघरों में जमा कराकर उसके बदले में वैध रकम ले सकते हैं. जो इस समय सीमा के अंदर नोट नहीं बदल पाएंगे, वो 31 मार्च 2017 तक बैंक से अपने नोट बदल सकेंगे. इसको लेकर लोगों को बैंक में पैन कार्ड और पहचान पत्र दिखाने होंगे.
जीडीपी का 20 फीसदी हिस्सा है कालाधन
रिपोर्ट के मुताबिक, भारत का कालाधन 30 लाख करोड़ तक पहुंच गया है, जो जीडीपी का 20 फीसदी है. हालांकि, फिलहाल 16.6 लाख करोड़ कालाधन ही सर्कुलेशन में है. एक्सपर्ट की मानें, तो ये कालाधन ज्यादातर सोने या रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट के रूप में है. कालेधन पर 2012 में प्रकाशित वित्त मंत्रालय के श्वेत पत्र में यह कहा गया कि भारतीय अर्थव्यवस्था में रियल एस्टेट कुल जीडीपी का 11 फीसदी शेयर करता है.