
सरकार ने यह शिकायत मिलने के बाद एक सर्कुलर जारी कर बताया कि कुछ अस्पताल बड़े पुराने नोटों का चलन बंद होने के बाद चेक और डिमांड ड्राफ्ट नहीं ले रहे हैं जिससे मरीजों को बड़ी असुविधा हो रही है। सरकार ने केवल सरकारी अस्पतालों को 500 और 1000 रुपए के बड़े पुराने नोट लेने के लिए अधिकृत कर रखा है।
नर्सिंग होम सेल के चिकित्सा अधीक्षक की ओर से जारी सर्कुलर में कहा गया है कि यह सूचित किया जाता है कि 500 और 1000 रुपए के पुराने नोटों का चलन बंद होने के बाद अस्पतालों समेत कुछ खास कारोबारी इकाइयों द्वारा ग्राहकों से चेक, डिमांड ड्राफ्ट और ऑनलाइन भुगतान नहीं लेने के कुछ मामले सामने आए हैं।सर्कुलर में यह भी कहा गया है कि सभी निजी अस्पताल एवं नर्सिंग होम के लिए इन दिशानिर्देशों का पालन करने का आदेश है।