
पत्र में पोप ने कहा कि मैं फिर से जोर देकर कहना चाहता हूं कि गर्भपात एक गंभीर पाप है, क्योंकि यह एक मासूम जिंदगी को खत्म कर देता है. मैं यह भी कहना चाहता हूं कि कोई भी ऐसा पाप नहीं है, जिसका पछतावा किए जाने पर वह ईश्वर द्वारा अक्षम्य हो.
पोप ने कहा कि इसलिए हर पादरी ईश्वर से माफी मांगने की इस यात्रा में मार्गदर्शक और सहयोगी बने. उन्होंने कहा कि इसी के साथ मैं सभी पादरियों को गर्भपात का पाप करने वाले सभी लोगों को दोषमुक्त करने का अधिकार देता हूं.