भोपाल। सेंट्रल जेल से 30-31 अक्टूबर की दरमियानी रात भागे 8 सिमी आतंकियों को रोकने पर शहीद हुए हवलदार रमाशंकर यादव की फैमिली को आखिरकार महीनेभर बाद आर्थिक मदद मिल गई। 9 नवंबर को उसकी बेटी की शादी है। मीडिया ने मदद में देरी होने की बात प्रमुखता से उठाई थी।
एक महीने बाद भी नहीं मिली थी मदद
पिछले महीने भोपाल जेल ब्रेक कर भाग रहे सिमी के आठ आतंकवादियों को जेल में हवलदार रमाशंकर यादव ने रोकने की कोशिश की थी। इस मुठभेड़ में आतंकवादियों ने गला काटकर उनकी हत्या कर दी थी। घर के मुखिया की मौत के बाद यादव परिवार आर्थिक संकट से जूझ रहा था। घटना के वक्त मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घोषणा की थी कि यादव के परिवार को अनुग्रह राशि के रूप में 10 लाख रुपए और बेटी की शादी के लिए अलग से 5 लाख रुपए दिए जाएंगे। सीएम की घोषणा के महीने भर बाद भी यादव के परिवार को कोई आर्थिक सहायता नहीं मिल पाई थी।
मीडिया हुई एकजुट, प्रमुखता से उठाया मुद्दा
यादव परिवार की परेशानी का सबब यह था कि 9 दिसंबर को उनकी बेटी की शादी है। हालांकि जब मीडिया ने इस मामले को प्रमुखता से उठाया, तो सरकार ने शहीद की पत्नी के खाते में 30 लाख रुपए ट्रांसफर करा दिए। इसकी पुष्टि शहीद की बेटी सोनिया ने की है, जिसकी शादी होनी है। सोनिया ने इसके लिए मीडिया और सरकार दोनों को थैंक्यू बोला। उसने अपनी शादी का निमंत्रण मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भेजा है। मीडिया के जरिये उसने कहा कि, मुख्यमंत्री उसकी शादी में आएंगे, तो उसे बहुत खुशी होगी।
शिवराज सिंह को दिया न्यौता
नोटबंदी के कारण फिलहाल पैसों पर संकट गहरा हुआ है। बैंक से भी लेनदेन करने में समस्या आ रही है। इस वजह से यादव का परिवार शादी को लेकर दुविधा में था। जैसे-जैसे शादी की तारीख नजदीक आ रही थी, परिवार की परेशानी बढ़ती जा रही थी। परिजनों का मानना है कि रमाशंकर यादव होते तो ये नौबत नहीं आती लेकिन अब घर का मुखिया नहीं होने से शादी की तैयारियों में व्यवधान आ रहा है। हालांकि जब इसकी जानकारी कलेक्टर निशांत बरवड़े को मिली, तो उन्होंने मामले को फॉलो कराने की बात कही थी। शहीद के बेटे शंभूनाथ यादव ने मुताबिक, जब वो मुख्यमंत्री को बहन की शादी का न्यौता देने गया, तब उन्होंने भरोसा दिया था कि सोमवार या मंगलवार तक खाते में पैसा आ जाएगा।