नईदिल्ली। धर्मसभाओ के बहाने पतंजलि उत्पादों के लिए बाजार तैयार करने वाले बाबा रामदेव पर काले कारोबार का आरोप लगा है। नेपाल में सबसे ज्यादा पढ़े जाने वाले समाचार पत्र कांतिपुर डेली की रिपोर्ट के मुताबिक रामदेव ने बिना सरकारी मंजूरी के नेपाल में 150 करोड़ का निवेश शुरू किया है। इसका अर्थ यह भी निकाला जा रहा है कि रामदेव, अपनी काली कमाई नेपाल में खपा रहे हैं। बता दें कि रामदेव खुद कालाधन का प्रबल विरोध करते रहे हैं। इसके इतर एक सच यह भी है कि 3 साल पहले तक रामदेव के जिस सहयोगी बालकृष्ण का एक भी बैंक अकाउंट नहीं था, आज वो 25000 करोड़ की संपत्ति का मालिक है।
बता दें कि विदेशी निवेश एवं प्रौद्योगिकी स्थानांतरण कानून के तहत किसी भी विदेशी निवेशक को हिमालयी देश में निवेश से पहले नेपाल निवेश बोर्ड या औद्योगिक विभाग से मंजूरी हासिल करना जरूरी है। अखबार की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि रामदेव ने ऐसी कोई भी मंजूरी हासिल नहीं की थी। ऐसे में बाबा रामदेव इस मुद्दे पर विवादों में फंस सकते हैं।
इस बीच, रामदेव ने कल एक बयान जारी कर कहा कि कंपनी ने नेपाल में काम करते समय किसी भी स्थानीय कानून का उल्लंघन नहीं किया है। बयान में कहा गया कि पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड का प्रस्तावित निवेश सभी जरूरी कानूनी प्रक्रियाओं को पूरी करने के बाद ही अमल में आएगा। इस बीच रामदेव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नोटबंदी के फैसले की कड़वी दवा से तुलना करते हुए कहा कि 500 और 1000 रुपये के पुराने नोटों को चलन से बाहर करने के कदम का देश की अर्थव्यवस्था पर आने वाले दिनों में अच्छा असर होगा।