
एनएचके के मुताबिक फुकुशिमा परमाणु संयंत्र की संचालक टोक्यो इलेक्ट्रिक पावर संयंत्र में नुकसान की जांच कर रही है। हालांकि अभी किसी तरह के नुकसान या लोगों के घायल होने की खबर नहीं है। पांच साल पहले 2011 में फुकुशिमा सुनामी की मार झेल चुका है। उस हादसे में भारी तबाही हुई थी।
सरकारी मीडिया एनएचके के मुताबिक जापान के उत्तरी इलाके में मंगलवार सुबह करीब 6 बजे (भारतीय समयानुसार रात को 2.30 बजे) भूकंप के झटके महसूस किए गए। सरकार ने लोगों से तटीय इलाकों से हटने की अपील की है। चेतावनी दी गई है कि सागर में तीन मीटर ऊंची ( 10 फीट) लहरें उठ सकती हैं।
सरकार ने 2011 की भयंकर सूनामी से सबक लेते हुए अपने सभी परमाणु संयंत्र बंद कर दिए हैं। इसके अलावा राजधानी टोक्यो में बिजली आपूर्ति फिलहाल बंद कर दी गई है। उन्होंने कहा कि सरकार ने स्थिति का जायज़ा लेने के लिए कार्य बल का गठन किया है। उल्लेखनीय है कि कुमामोटो प्रांत में इस वर्ष अप्रैल में आए भूकंप में 50 लोगों की मौत हो गई थी जबकि 2०11 में फ़ुकुशिमा में भूकंप के बाद विनाश में 18 हज़ार से ज़्यादा लोगों की या तो मौत हो गई थी या फिर वे लापता हैं।