
यही वजह रही है कि स्वर्गीय दलपत सिंह को इलाज में वह सुविधा नहीं दी गयी, जो उन्हें मिलने चाहिये थे। सांसद की बेटी को देख कर भी उन्हें दया नहीं आयी। कांग्रेस में सबसे पहले परिवार के सदस्य को टिकट दिया जाता है। ईलाज नहीं कराया वो ठीक था पर उनकी बेटी गीता को टिकट देकर चुनाव लड़ाना था।
आपको बता दें की महंत के साथ छत्तीसगढ़ के नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव ने भी सभा को सम्बोधित किया। सिंहदेव ने कहा कि 2014 के चुनाव में देश के मतदाताओं से बड़ी भूल हो गयी। आतंकवाद का नाम देने वालों को हमने अपना रक्षक मान लिया। हम भूल गये कि संसद पर हमला इन्ही के शासनकाल में हुआ था।