भोपाल/मध्यप्रदेश। भोपाल एक्सप्रेस समेत पश्चिम मध्य रेल की दो ट्रेनों में एसी-3 श्रेणी के तीन मोडिफाइड कोच फरवरी में लगेंगे। इन कोच में सीसीटीवी कैमरा, जीपीएस, स्मोक व फायर डिटेक्टर, एलईडी बर्थ डिस्प्ले के अलावा चाय-कॉफी के लिए हेंड ऑपरेटेड मशीनें लगाई जा रही हैं। रेल मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार पहले चरण में 25 कोच तैयार किए जा रहे हैं। रायबरेली की कोच फैक्ट्री में इन दिनों ऐसे कोच का निर्माण चल रहा है, जिनकी एसी-3 श्रेणी में पहले से ज्यादा सुविधाएं मिल सकेंगी।
दुर्गंध पर रोक लग सकेगी
नई डिजाइन वाले इन कोच में अपर व मिडिल बर्थ के बीच कुछ जगह भी बढ़ाई जा रही है। इससे यात्रियों को पहले के मुकाबले और ज्यादा सहूलियत हो सकेगी। इतना ही नहीं कोच में ऑटोमेटिक रूम फ्रेशनर भी बर्थ के नजदीक उपलब्ध करवाया जाएगा। इससे यात्रियों को आसपास से आने वाली दुर्गंध पर रोक लग सकेगी।
एक माह ट्रायल
पहले तीन कोच को 18 नवंबर से गोरखपुर से दिल्ली के बीच चलने वाली एक्सप्रेस ट्रेन में लगाया जाएगा। करीब एक महीने तक इनका ट्रॉयल होगा और यात्रियों का फीडबैक लिया जाएगा। यदि यात्रियों ने कुछ सुधार के सुझाव दिए तो वह अगली खेप में कर दिए जाएंगे।
साल के अंत तक 150 कोच
रेल अधिकारियों के मुताबिक नई सुविधाओं वाले 150 कोच इस साल के अंत तक बना लिए जाएंगे। उनमें से भी करीब डेढ़ दर्जन कोच पश्चिम-मध्य रेलवे को उपलब्ध हो सकेंगे।