सुधीर ताम्रकार/बालाघाट। जिले में कटंगी से बोनकट्टा 23 किलोमीटर सड़क लागत 220 करोड़ रूपये एवं 97 करोड रूपये की लागत से बन रही गर्रा से वारासिवनी-रामपायली-मोवाड़ तक 49 किलोमीटर सड़क निर्माण करने वाली एजेंसी एमबीएल का ठेका मध्यप्रदेश राज्य सड़क विकास प्राधीकरण द्वारा निर्धारित समयावधि में निर्माण ना करने के कारण निरस्त कर दिया गया है। इस निर्णय से कटंगी तथा वारासिवनी खैरलांजी विधानसभा क्षेत्र की जनता में आक्रोश फैल गया है।
2011 में स्वीकृत कटंगी बोनकट्टा मार्ग तथा पिछले 9 वर्षो से निर्माणाधीन गर्रा-नवेगांव-मोवाड सडक मार्ग के आधे अधूरे कार्यो और जगह जगह हो गये गढढों के कारण आवागमन असुरक्षित हो गया वहीं सड़क से उडते धुल के गुब्बारे के कारण सड़क के किनारे रहने वाले रहवासियों का जीना दुस्वार हो गया है।
अधूरे सड़क निर्माण कार्य और ठेका निरस्त होने की जानकारी लगते हुये आज वारासिवनी के समीप मेंहदीवाडा ग्राम के लोगों ने रास्ता जाम कर धरना दिया धरने में पूर्व विधायक प्रदीप जायसवाल भी बैठे धरने में 500 से अधिक नागरिक शामिल हुये।
ठेका निरस्त होने से भाजपा नेताओं और जनप्रतिनिधियों के माथे पर चिंता की लकीरें दिखाई देने लगी है। एमडी मनोज रस्तोगी ने जानकारी दी की इन मार्ग निर्माण के लिये दिसंबर माह में नये सिरे से निविदायें निकाली जायेगी।
यह उल्लेखनीय है कि सडक निर्माण कार्य का भूमि पूजन 2014 में श्री नितिन गडकरी केन्द्रीय सडक एवं परिवहन मंत्री, गौरीशंकर बिसेन कृषि मंत्री, विधायक डॉ.योगेन्द्र निर्मल द्वारा किया गया था। एमबीएल कंपनी द्वारा इस सडक निर्माण कार्य में लगे कर्मचारियों को पिछले 6 माह से वेतन का भुगतान नही किया गया है जिसके कारण मजदूरों में भी असंतोष व्याप्त है।