भोपाल। प्रदेश में कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता को एकजुट करने के लिए लंबे समय से प्रयासरत पूर्व केंद्रीय मंत्री कमलनाथ के समर्थक ही अलग-अलग खेमे में बंटे नजर आ रहे हैं। सूत्रों ने बताया कि कमलनाथ के प्रमुख सिपहसालार अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव सज्जन वर्मा के खिलाफ कमलनाथ गुट के नेता ही आपस में लामबंद हो गए हैं। सूत्रों ने बताया कि इस बार कमलनाथ के विश्वासपात्रों के आपसी मतभेद पूर्व मंत्री हुकुम सिंह कराड़ा के बागी सुरों के कारण पनपे हैं।
किसी समय सज्जन वर्मा के विश्वस्त सहयोगी रहे कराड़ा इन दिनों अपने ही कैंप में सज्जन वर्मा के खिलाफ आवाज बुलंद कर रहे हैं। शाजापुर-देवास संसदीय क्षेत्र में कमलनाथ गुट में सीधे-सीधे दो फाड़ देखी जा सकती है, जिसमें एक गुट का नेतृत्व सज्जन सिंह वर्मा के हाथ में रह गया है जबकि कमलनाथ समर्थक दूसरे गुट में अधिकांश वो लोग कराड़ा के नेतृत्व में एकत्रित हो रहे हैं जो सज्जन वर्मा की कार्यशैली से असंतुष्ट हैं।
कमलनाथ को जता चुके हैं नाराजगी
सूत्रों ने बताया कि शाजापुर के कांग्रेस नेता पिछले दिनों दिल्ली जाकर पूर्व केंद्रीय मंत्री कमलनाथ से उनके निवास पर मिले थे। कराडा ने दो टूक शब्दों में यह स्पष्ट कर दिया है कि वे प्रदेश की राजनीति में अब सज्जन वर्मा के साथ नहीं है। बताते हैं कि इस दौरान कमलनाथ कैंप के डेढ़ दर्जन से ज्यादा नेता मौजूद थे।
मालवांचल की गुटबाजी के चलते दौरा निरस्त
पता चला है कि कांग्रेस नेता कमलनाथ 6 नवंबर को इंदौर में कांग्रेस के नेता कृपाशंकर शुक्ला के अमृत महोत्सव में शामिल होने के लिए इंदौर जा रहे थे। इस कार्यक्रम के सूत्रधार सज्जन वर्मा थे। लेकिन ऐन वक्त में गुटबाजी और शिकवा-शिकायत के चलते कमलनाथ ने अपना इंदौर का दौरा निरस्त कर दिया है।
कमलनाथ कैंप में ये लोग हैं सक्रिय
कांग्रेस की राजनीति में कमलनाथ कैंप में पूर्व मंत्री सज्जन वर्मा, नेता प्रतिपक्ष बाला बच्चन, हुकुम सिंह कराड़ा, बटुकशंकर जोशी, चंद्रप्रभा शेखर सहित कई अन्य दिग्गज कमलनाथ के विश्वासपात्र होकर कांग्रेस की राजनीति को संचालित कर रहे हैं।