
मुख्य न्यायाधीश टीएस ठाकुर और न्यायमूर्ति डीवाई चंद्रचूड़ की पीठ ने इस संबंध में चार याचिकाओं को सुनवाई के लिए सूची में शामिल किया था। चार याचिकाओं में से दो याचिकाएं दिल्ली के वकील विवेक नारायण शर्मा और संगम लाल पांडेय दाखिल की थीं।
याचिकाओं में आरोप लगाया था कि अचानक हुए इस फैसले से अराजकता मच गई है और लोगों को परेशानी हो रही है। इसलिए फैसले को रद किया जाए या कुछ समय के लिए टाल दिया जाए। ( पढ़ते रहिए bhopal samachar हमें ट्विटर और फ़ेसबुक पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं।)