गुना। शहडोल उपचुनाव के दौरान 17 नवंबर को अतिथि शिक्षक संघ की मांगों पर विवादित बयान देने से व्यथित अतिथि शिक्षकों ने अब आंदोलन की राह पकड़ ली है। रविवार को शिक्षामंत्री का पुतला फूंकने के बाद सोमवार को अतिथि शिक्षक संघ ने स्कूलों का बहिष्कार किया। इस दौरान कई अतिथियों को बहिष्कार की सूचना नहीं थी, तो वह सुबह तो स्कूलों में पहुंचे। लेकिन जैसे-जैसे अतिथि शिक्षक संघ की 12 टीमों ने जिले के स्कूलों में संपर्क किया, तो सभी अतिथि शिक्षकों ने कामकाज बंद कर संघ के आंदोलन में सहयोग किया। अतिथि शिक्षक संघ के मुताबिक अब अतिथि तब तक स्कूलों में नहीं जाएंगे, जब तक उनकी मांगें नहीं मान ली जातीं।
गौरतलब है कि 17 नवंबर को अतिथि शिक्षकों ने स्कूल शिक्षामंत्री कुंवर विजय शाह से मुलाकात कर नियमितीकरण की मांग को शहडोल उपचुनाव के दौरान सामने रखा था। इस दौरान कुंवर विजय शाह ने अतिथि शिक्षकों को टाइमपास कहकर उनके भविष्य के कोई योजना नहीं होने का विवादित बयान दिया।
शिक्षामंत्री के इस बयान की रिकार्डिंग पूरे प्रदेश में फैले करीब 70 हजार से अतिथि शिक्षकों तक पहुंचाया गया, जहां सोमवार से जिले में अतिथि शिक्षकों ने स्कूलों का बहिष्कार किया।