
टीआई बहोड़ापुर राघवेंद्र सिंह के अनुसार सिंधिया स्कूल के सुरक्षा अधिकारी कोर सिंह भदौरिया ने सूचना दी थी कि चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी विष्णु बहादुर राई ने फांसी लगा ली है। इसकी जानकारी प्रबंधन ने विष्णु की पत्नी सावित्री को भी दी गई। टीआई के अनुसार दोपहर लगभग 2.40 बजे मेनगेट से जिम की चाबी लेकर गया था, इसके बाद लौटकर नहीं आया। शाम को कुछ अन्य कर्मचारियों ने उसे फांसी पर लटका देखा तो प्रबंधन को सूचना दी।
विष्णु बहादुर ने नायलॉन की रस्सी से फांसी लगाई थी। घटनास्थल पर पहुंचने के साथ ही पुलिस ने पड़ताल शुरू की लेकिन उसे सुसाइड नोट या अन्य कोई सामान वहां नहीं मिला। खबर मिलते ही विष्णु की पत्नी सावित्री अन्य परिजन के साथ वहांं पहुंची थी। प्रबंधन, सावित्री को तो कैंपस में ले गया लेकिन अन्य परिजन को अंदर नहीं जाने दिया। इससे नाराज होकर उन्होंने आरोप लगाना शुरू कर दिया।
परिजन प्रेमचंद का कहना था कि विष्णु बहादुर से ज्यादा ड्यूटी ली जाती थी। वहीं विष्णु के साले बुद्ध बहादुर का कहना है कि प्रबंधन ने परिजन को काफी समय तक अंदर नहीं जाने दिया इसके कारण उन्हें कुछ शंका हो गई थी लेकिन अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। पता चला है कि विष्णु के तीन बेटे हैं। दो बेटे दीपक और संजू नेपाल में होटल में तथा छोटा बेटा मोनू रायपुर में नौकरी करता है।