भारतीय जीवन बीमा निगम एजेंट्स एसोसिएशन की अगुवाई में एजेंटों द्वारा भारतीय जीवन बीमा निगम की ब्रांच समक्ष रोष धरना दिया गया। धरनाकारी बीमे की किश्तें भरते समय 500 और 1000 के नोट लेने से खफा हैं।
उन्होंने मांग की कि जीवन बीमा की पुरानी किश्तें पुरानी करंसी से भरने की मंजूरी दी जाए। रोष धरने को संबोधित करते हुए एलआईसी एजेंट्स एसोसिएशन के ब्रांच प्रधान नछत्तर सिंह ने कहा कि 500, 1000 के पुराने नोट बंद होनेे के कारण एजेंटों का काम प्रभावित हो रहा है। भारतीय जीवन बीमा निगम द्वारा पुराने नोट लेने बंद कर दिए गए हैं। जिससे एजेंटों को बीमे की किश्तें कर्ज किश्तें भरने में काफी परेशानी महसूस हो रही है। उन्होंने कहा कि पुरानी करंसी वसूल नहीं की जा रही है जबकि नई करंसी लोगों के पास अभी तक नहीं पहुंच पाई है।
बैंकों में पुराने नोट वसूल किए जा रहे हैं तो भारतीय जीवन बीमा निगम में भी पुराने नोट स्वीकार किए जाने चाहिए ताकि कर्ज की किश्तें समय पर अदा की जा सकें। उन्होंने केंद्रीय वित्त मंत्री से मांग की है कि वह पुरानी किश्तों को पुरानी करंसी से भरने को मंजूरी दें। मौके पर ओपी सिंगला, संजीव कुमार, गुरजंट सिंह, योगेश कुमार, मेजर सिंह, दीपक पाल, विजय लौंगोवाल, जगतार सिंह, हरमीत राम, बलविंदर कुमार, लछमण सिंह आदि एजेंट मौजूद थे।