नई दिल्ली/भाषा। सीमा पर पाकिस्तानियों ने भारतीय सैनिकों पर हमला किया था। 3 सैनिकों को मार गिराया था, इनमें से एक सैनिक के शव के साथ घिनौनी हरकत भी की थी। इसके जवाब में भारतीय सेना ने सीमा से लगीं पाकिस्तानी चौकियों को तबाह कर दिया। घबराए पाकिस्तानी डीजीएमओ ने 'अनिर्धारित हॉटलाइन' पर भारत से बात की और इस कार्रवाई को रोकने का अनुरोध किया। पाकिस्तानी डीजीएमओ ने यह भी बताया कि भारत की कार्रवाई में कुछ पाकिस्तानी नागरिक भी घायल हुए हैं।
भारतीय डीजीएमओ कार्यालय द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है, 'उन्हें (पाकिस्तानी डीजीएमओ) साफ सूचित किया गया है कि अगर पाकिस्तानी सेना द्वारा संघर्षविराम का उल्लंघन शुरू किया पाकिस्तानी कब्जे वाले कश्मीर या भूभाग से आतंकवादियों द्वारा घुसपैठ का कोई प्रयास किया गया, तो इसका भारतीय सेना उचित जवाब देगी'। भारतीय सैन्य अभियान महानिदेशक (डीजीएमओ) ले। जनरल रणबीर सिंह ने जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान की ओर से आतंकवादियों द्वारा घुसपैठ करने के प्रयासों तथा नियंत्रण रेखा के पास 'पाकिस्तान से घुसपैठ करने वाले आतंकवादियों द्वारा भारतीय सैनिकों के शवों को क्षत-विक्षत करने के अनैतिक कृत्य' का मुद्दा उठाया।
इसमें कहा गया है कि पाकिस्तानी डीजीएमओ से अपने जवानों को 'नापाक गतिविधियों' से दूर रहने के लिए सख्त नियंत्रण रखने को कहा गया.
बयान में कहा गया है, 'इससे नियंत्रण रेखा पर सामान्य स्थिति बहाल हो सकेगी'. बयान का शीषर्क था, 'भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई के बाद पाकिस्तानी डीजीएमओ ने हॉटलाइन पर अनिर्धारित बातचीत का अनुरोध किया'. पाकिस्तानी डीजीएमओ ने नियंत्रण रेखा पर भारतीय गोलीबारी के कारण अपने क्षेत्र में नागरिकों के हताहत होने के बारे में सूचना दी.
ले. जनरल सिंह ने नागरिकों के हताहत होने पर दुख व्यक्त किया, लेकिन जोर देते हुए कहा कि भारतीय जवाबी कार्रवाई में उन स्थानों को निशाना बनाया गया है, जहां से पाकिस्तान ने भारतीय चौकियों पर संघषर्विराम का उल्लंघन शुरू किया है. उन्होंने पाकिस्तान द्वारा अकारण की गई गोलीबारी में भारतीय नागरिकों एवं सैनिकों के हताहत होने के बारे में अपनी चिंता से उन्हें अवगत कराया. अपने जवानों पर हमले के बाद भारतीय सेना ने इसका 'भारी प्रतिशोध' लेने का संकल्प लिया था. इसके कुछ ही घंटों बाद यह जवाबी कार्रवाई की गई.