
CPI(M) ने इस मामले को उठाते हुए फैसले की गोपनीयता पर सवाल खड़े किए हैं। आरोप है कि प्रदेश बीजेपी ने कोलकाता में इंडियन बैंक की चित्तरंजन एवेन्यू शाखा में अपने बैंक खाते में एक करोड़ रुपये जमा कराए थे। माकपा के मुखपत्र गणशक्ति में छपी एक रिपोर्ट में यह आरोप लगाया गया है। लेख में बैंक का ब्योरा भी दिया गया है, साथ ही खाता संख्या भी है।
जमा की गई राशि में 60 लाख रुपये एक हजार के नोट के थे और बाकी 40 लाख 500 के नोट थे। सुप्रीम कोर्ट के वकील प्रशांत भूषण ने भी ट्वीट कर बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने बैंक स्टेटमेंट की कॉपी ट्वीट कर बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। बता दें कि एक साथ 1 करोड़ रुपए जमा कराए जाने से पहले भाजपा के खाते में करीब 8 लाख रुपए ही थे।