
मुख्यमंत्री शुक्रवार को मंत्रालय में अभियान की रूपरेखा की समीक्षा कर रहे थे। निर्देश से ये बात साफ है कि जिलों में जो बड़े-बड़े कार्यक्रम होते हैं, उनको लेकर फीडबैक यही है कि मैदानी अफसर भीड़ दिखाने के लिए सरकारी कर्मचारियों का इस्तेमाल करते हैं।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के 29 नवंबर को सत्ता संभाले 11 साल पूरे हो जाएंगे। इसे जनकल्याण के 11 साल के रूप में मनाया जाएगा। इसके लिए सरकार ने सभी संभागीय मुख्यालयों में बड़े-बड़े सम्मेलन करने की तैयारी की है, तो जिलों में भी कार्यक्रम होंगे।
इनमें विभिन्न् योजनाओं के हितग्राहियों को फायदा भी पहुंचाया जाएगा। अभियान की तैयारियों की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री को अधिकारियों ने बताया कि सभी कलेक्टर और कमिश्नर को निर्देश दिए जा चुके हैं। संभाग स्तर पर सम्मेलन किए जाएंगे। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इनमें सरकारी कर्मचारियों की भीड़ न हो, पब्लिक होनी चाहिए।
उनका आशय साफ था कि अभियान को सफल बनाने और भीड़ दिखाने सरकारी कर्मचारियों को ही न लगा दिया जाए। इसे बाकायदा जनता से जोड़ा जाए। जनता से योजनाओं का फीडबैक भी लिया जाए। पात्र हितग्राहियों को मौके पर ही लाभ दिलाया जाए और सरकार की उपलब्धियों को सरल तरीके से बताया ताकि वे उसे समझकर दूसरों को बता सकें। बैठक में अभियान के थीम सॉंग पर भी बात हुई। मुख्यमंत्री ने इसे और अपील करने वाला बनाने की बात कही।
बैठक में अपर मुख्य सचिव दीपक खांडेकर, इकबाल सिंह बैंस, राधेश्याम जुलानिया, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव अशोक बर्णवाल, एसके मिश्रा, आयुक्त जनसंपर्क अनुपम राजन, मुख्यमंत्री के सचिव विवेक अग्रवाल और हरिरंजन राव, मुख्यमंत्री के ओएसडी आदर्श कटियार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
उज्जैन में होगा किसान सम्मेलन
बैठक में बताया गया कि 30 नवंबर को उज्जैन में किसान सम्मेलन होगा। इससे ही प्रदेशभर में 4 हजार 400 करोड़ रुपए से ज्यादा के फसल बीमा को बांटने का काम शुरू हो जाएगा। रीवा संभाग में युवा, सागर संभाग में श्रमिक, चंबल संभाग में महिला सशक्तिकरण, जबलपुर संभाग में स्व-सहायता समूह और इंदौर संभाग में अनुसूचित जनजाति सम्मेलन होगा।
इनका कहना है
सीएम के निर्देश का आशय अधिकारियों को ये समझाना है कि कार्यक्रम जनता के लिए है, सिर्फ सरकार के स्तर पर ही कार्यक्रम नहीं है।
नंदकुमार सिंह चौहान, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष