नईदिल्ली। आठ नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 500 और 1000 के नोटबंदी की घोषणा के बाद महाराष्ट्र के सोलापुर स्थित लोक मंगल समूह की एक कार से 91.50 लाख रुपये नकद बरामद हुए हैं। इस समूह के प्रमुख वरिष्ठ बीजेपी नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री सुभाष देशमुख हैं। उसमानाबाद के जिलाधिकारी प्रशांत नारनावरे ने इस बात की पुष्टि की कि नगरपालिका के उड़ाका दल ने गाड़ियों की जांच के दौरान गुरुवार (17 नवंबर) को ये राशि पकड़ी। कार का चालक लोक मंगल समूह का कर्मचारी था। उसने कहा कि ये पैसा लोक मंगल बैंक का है जिससे समूह से जुड़ी चीनी मिल के कर्मचारियों का वेतन दिया जाना है। गाड़ी को जब्त कर लिया गया है और जब्त नकदी को सरकारी खजाने में जमा करा दिया गया है।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार जिलाधिकारी प्रशांत ने कहा, “हमने समूह से इसका स्पष्टीकरण मांगा है। हमने आयकर विभाग और स्थानीय पुलिस को इस बारे में सूचित कर दिया है। अगर समूह का जवाब संतोषजनक होगा तो उन्हें ये पैसा लौटा दिया जाएगा। वरना, उनके खिलाफ कानूनी प्रक्रिया के हिसाब से कार्रवाई की जाएगी।” सुभाष देशमुख ने अखबार की तरफ से भेजे गए एसएमएस का जवाब नहीं दिया। घटना के सामने आने के बाद शरद पवार की एनसीपी और कांग्रेस ने देशमुख को मंत्रिमंडल से हटाए जाने की मांग की है। लोक मंगल समूह पहले भी वित्तीय अनियमितता के आरोपों की वजह से सेबी की निगरानी में था।
एनसीपी नेता नवाब मलिक ने मीडिया से कहा कि ज्यादातर कालाधन बीजेपी नेताओं के घरों में इकट्ठा है। मलिक ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से देशमुख को बरखास्त करने की मांग की है। मलिक ने कहा है कि आयकर अधिकारियों को बीेजपी नेताओं के घरों और दफ्तरों की जांच करने चाहिए।
वहीं कांग्रेस के प्रवक्ता सचिन सांवत ने भी सभी बीजेपी नेताओं की जांच की मांग की है। सांवत ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार का 500 और 1000 के नोट बंद करने का फैसला चुपके से कुछ बीजेपी नेताओं को पहले से बता दिया गया था। सांवत के अनुसार पिछले हफ्ते भी एक बीजेपी नेता के पास से बड़ी नकद राशि बरामद हुई थी।