भोपाल। सरकारी राशन की दुकानों को आॅनलाइन करने के चक्कर में ठप हो गई वितरण प्रणाली अब सिरदर्द बन गई है। मंत्री ने पुरानी व्यवस्था के तहत राशन बांटने के आदेश दिए, बावजूद इसके कलेक्टर आॅनलाइन सिस्टम पर अड़े हुए हैं। सिस्टम फेल हो गया है। लोग सड़कों पर हैं। आज नेहरू नगर में पुलिस ने एक पार्षद समेत 20 लोगों को गिरफ्तार किया। इससे पहले कोलार में भीड़ ने विधायक को घेर लिया था। 3000 लोगों ने बरखेड़ी फाटक पर चक्काजाम कर दिया था।
पुलिस ने पार्षद समेत 20 लोगों को गिरफ्तार किया
नेहरू नगर में पार्षद मोनू सक्सेना के नेतृत्व में बड़ी संख्या में पहुंचे कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। इस दौरान जब उन्होंने प्रशासन का पुतला दहन करने की कोशिश की, तो उनकी पुलिस से झड़प हो गई। बाद में पुलिस ने पार्षद सहित करीब 20 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया। पार्षद का आरोप है कि सरकार ने मैन्युअल राशन बांटने का आदेश दिया है, बावजूद दुकानदार फिंगर प्रिंट मांग रहे हैं। लोगों को राशन नहीं दे रहे हैं। अफसर गरीबों की बात नहीं सुन रही। उल्लेखनीय है कि बुधवार शाम को ही खाद्य मंत्री ओमप्रकाश धुर्वे ने तीन दिन में मिलीं तीन हजार शिकायतों के बाद मैनुअल राशन बांटने का फैसला लिया था।
कलेक्टर से बोले विधायक: लोगों ने घेर लिया है, बताओ मैं क्या करूं
इससे पहले कोलार में बुधवार सुबह लोगों को राशन नहीं मिला, तो उन्होंने विधायक रामेश्वर शर्मा को घेर लिया। लोगों ने कहा कि अगर ऑनलाइन राशन नहीं मिल रहा है तो व्यवस्था ऑफलाइन करें। लोगों के गुस्से को देखते हुए विधायक ने कलेक्टर को फोन लगाया। कहा- साहब लोगों ने घेर रखा है आप बताओ, क्या करूं। ऑफलाइन राशन क्यों नहीं बंटवा सकते। कलेक्टर ने कहा कि शासन की नीति ऑनलाइन राशन देने की है। इसमें मैं अपने स्तर पर कुछ नहीं कर सकता हूं।
दो दिन पहले किया था चक्काजाम
दो दिन पहले ही तीन हजार लोगों ने बरखेड़ी फाटक पर चक्काजाम कर दिया था। तब पुलिस ने बल प्रयोग कर लोगों को हटा दिया था। लोगों ने कहा था कि अगर 24 घंटे के भीतर पहले की तरह राशन मिलना शुरू नहीं, हुआ तो बरखेड़ी फाटक पर रेल रोको आंदोलन चलाया जाएगा।
रोज खराब हो रही मशीन, सर्विस प्रोवाइडर के पास स्टाफ नहीं होने से बढ़ी समस्या
भोपाल शहर में 267 और भोपाल ग्रामीण में 138 मशीनें लगाई गई हैं। इनमें से 50 मशीनें काम नहीं कर रही हैं। खराब मशीनों को ठीक करने का जिम्मा सर्विस प्रोवाइडर का है, लेकिन सर्विस प्रोवाइडर के पास पर्याप्त स्टाफ नहीं होने से समस्या बढ़ती जा रही है। खराब मशीनों को 48 घंटे के भीतर ठीक करना होता है, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। डीएसके डिजिटल के सीईओ विनोद फिलिप्स का कहना है कि मशीन की तकनीकी दिक्कतों में सुधार चल रहा है। इसके लिए इंजीनियरों की टीम काम कर रही है। भोपाल में मशीनें क्यों काम नहीं कर रही हैं। इसके बारे में अभी नहीं बता पाऊंगा।
दुकानदारों ने नहीं माना सरकार का आदेश...
पीडीएस दुकानों का सर्वर ठप होने से उपभोक्ताओं को हो रही परेशानी के बाद राज्य सरकार ने बुधवार शाम को ही आधार बेस्ड योजना में बदलाव किया है। अब पीओएस मशीन में सर्वर नहीं होने पर निगरानी समिति के दो सदस्यों की मौजूदगी में राशन बांटने के आदेश दिए गए हैं। इसके लिए उपभोक्ताओं का आधार नंबर रजिस्टर में लिखा जाएगा। फर्जी उपभोक्ताओं को राशन न मिले, इसलिए वीडियोग्राफी भी होगी। लेकिन दुकानदार सरकार के आदेश का पालन नहीं कर रहे।
खाद्य मंत्री ने दिए थे आदेश...
बुधवार शाम को ही खाद्य मंत्री ओमप्रकाश धुर्वे को तीन दिन में मिलीं तीन हजार शिकायतों के बाद मैनुअल राशन बांटने का फैसला लिया है। प्रमुख सचिव केसी गुप्ता का कहना है कि भोपाल और इंदौर की पीडीएस दुकानों पर तीन दिन में सर्वर की जांच कराई गई। फूड डिपार्टमेंट से मिली रिपोर्ट के आधार पर सर्वर नहीं होने की दशा में मैनुअल राशन बांटने के लिए कहा गया है। एनआईसी से बात कर पीडीएस दुकानों के लिए अलग सर्वर लगाने के लिए भी कहा गया है। एक सप्ताह के भीतर दिक्कतें दूर कर ली जाएंगी। बुधवार को खाद्य आयुक्त फैज अहमद किदवई, कमिश्नर अजातशत्रु श्रीवास्तव, कलेक्टर निशांत वरवड़े, पांच एसडीएम और तहसीलदारों की टीम पीडीएस दुकानों पर सर्वर में आ रही गड़बड़ी देखने पहुंची। मशीनों की जांच कराई तो हर जगह सर्वर डाउन की रिपोर्ट मिली। शहर की 265 दुकानों में से 225 में फिंगर प्रिंट रीड नहीं होने की समस्या बताई गई। स्थिति को देखते हुए आयुक्त ने देर शाम ऑनलाइन के साथ मैनुअल तरीके से राशन बांटने के लिए सभी कलेक्टरों को पत्र जारी किए गए हैं। लेकिन गुरुवार को जब लोग राशन लेने दुकानों पर पहुंचे, तो उन्हें मैन्युअल राशन देने से मना कर दिया गया। दुकानदारों के मुताबिक, उन्हें सरकार के आदेश की कॉपी नहीं मिली है।