भोपाल। जेल अधिकारियों के संदिग्ध प्रबंधन के कारण फरार हुए सिमी आतंकियों के हाथों मारे गए हवलदार शहीद रमाशंकर यादव की बेटी सोनिया ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की नौकरी का आॅफर ठुकरा दिया है। सरकार सोनिया को भी जेल प्रहरी बनाना चाहती थी, सोनिया ने इस नौकरी से साफ इंकार कर दिया है।
शहीद की बेटी सोनिया यादव का कहना है कि वो जेल प्रहरी की नौकरी नहीं करेंगी। सोनिया का कहना है कि वह प्रहरी के लिए जरूरी शैक्षणिक योग्यता से ज्यादा पढ़ी-लिखी है, इसीलिए वो प्रहरी की नौकरी कभी नहीं करेंगी। राजधानी में संवाददाताओं से बातचीत में सोनिया ने कहा कि उन्हें योग्यता के अनुसार नौकरी दी जाए। बकौल सोनिया, अगर उन्हें मुख्यालय या कहीं और नौकरी दी जाती है तो वो वहां नौकरी कर सकती हैं।
दिवाली की रात भोपाल की सेंट्रल जेल से फरार होने के पहले सिमी के आठ आतंकियों ने रमाशंकर यादव की गला रेतकर हत्या कर दी थी। पुलिस ने बाद में आठों आतंकियों को एनकाउंटर में मार गिराया था। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शहीद जेलकर्मी की बेटी को नौकरी की पेशकश की थी। साथ ही परिवार को 10 लाख रुपये की आर्थिक मदद, शहीद की बेटी की शादी के लिए अलग से 5 लाख रुपये देने और एक सदस्य को नौकरी देने का एलान किया था।