भोपाल। शहडोल में चल रहे उपचुनाव का सरकारीकरण हो गया है। वहां चुनाव भाजपा विरुद्ध कांग्रेस नहीं है बल्कि मप्र सरकार विरुद्ध कांग्रेस दिखाई दे रहा है। पर्चा रैली और आमसभा के रोज भीड़ में कई निचले स्तर के सरकारी कर्मचारी शामिल थे। स्वसहायता समूहों की महिलाओं को अनिवार्य रूप से उपस्थित कराया गया था। अब नंदकुमार सिंह चौहान की सभा में स्कूली छात्राएं यूनिफार्म में नजर आ रहीं हैं।
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद नंदकुमार सिंह चौहान ने शहडोल संसदीय क्षेत्र के जयसिंहनगर, गोपारू, खतबई और शहडोल नगर में नव-मतदाताओं एवं युवा मोर्चा की रैलियों को संबोधित किया। इस रैली में स्कूल छात्र छात्राओं को अनिवार्य रूप से उपस्थित होने के मौखिक सरकारी आदेश दिए गए। मौजूद भीड़ के कई ऐसे छात्र भी थे जो अभी व्यस्क ही नहीं हुए। जिन्हे वोट देने का अधिकार ही नहीं है।
इससे पहले सीएम शिवराज सिंह चौहान की सभा में सरकार से जुड़े ऐसे सभी लोगों को आमंत्रित किया गया था जो नियमित सरकारी कर्मचारी तो नहीं हैं परंतु किसी ना किसी माध्यम से सरकारी मशीनरी से जुड़े हैं और वही उनकी आय का जरिया है। स्व सहायता समूहों की महिलाएं, आउटसोर्सिंग वाले कर्मचारी, विभिन्न प्रकार की परियोजनाओं में अस्थाई रूप से नौकरी कर रहे लोगों को अनिवार्य रूप से उपस्थित होने के आदेश दिए थे। सभी लोग निर्धारित यूनिफार्म में सभा स्थल पर मौजूद भी थे।