नाभा जेल से फरार कैदियों के मामले में एक बेहद चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. जेल से फरार छह कैदियों में से एक कुलप्रीत सिंह उर्फ नीता ने रविवार दोपहर लगभग 1 बजे अपना फेसबुक पेज अपडेट किया था. नीता ने फेसबुक पर लिखा कि पंजाब पुलिस कथित रूप से भोपाल एनकाउंटर की तरह ही उनका भी एनकाउंटर करना चाहती है.
फेसबुक पर पंजाबी भाषा में लिखे गए इस पोस्ट में कहा गया है, ‘पुलिस भोपाल एनकाउंटर की तर्ज पर ड्रामा कर रही है. इन लड़कों (कैदियों) के भागने की कोई वजह नहीं दिख रही है. इनके केस में कोई सबूत नहीं है. सभी आरोपी 1-2 साल में बरी हो जाते. यह कोई चुनावी स्टंट भी हो सकता है. हमें हमारे लड़के सही सलामत वापस दे दो. पुलिस किसी पर भी फर्जी केस कर सकती है. पहले भी मेरे भाई और मेरे पिता पर झूठा केस किया था. हमारे पास सबूत हैं. यह सब पुलिस की चाल है, लड़के ऐसे नहीं भाग सकते. पुलिस ने पूरी साजिश रची है. किसी भी लड़के को कुछ भी हुआ तो पुलिस का कसूरवार होगी. इस पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें.’
फेसबुक पर नीता के अकाउंट से रविवार दोपहर इस पोस्ट के सार्वजनिक होने के बाद हलचल बढ़ गई. कई लोगों ने इस पोस्ट पर गुस्सा निकाला तो बहुत से लोगों ने इसका समर्थन किया. पुलिस का कहना है कि हो सकता है कि नीता के अकाउंट से यह पोस्ट फेसुबक पर उसके भाई ने अपडेट किया हो. फिलहाल पुलिस सोशल मीडिया में वायरल हो चुके इस पोस्ट की गहनता से जांच कर रही है.
KLF चीफ समेत 6 कैदी हो गए थे फरार
गौरतलब है कि रविवार सुबह नाभा जेल पर पुलिस की वर्दी में कुछ हथियारबंद बदमाशों ने हमला कर दिया था. वारदात को अंजाम देते हुए बदमाश खालिस्तान लिबरेशन फोर्स के चीफ हरमिंदर सिंह मिंटू समेत पांच कैदियों को भगा ले गए थे. पुलिस ने बताया कि 10 लोग पुलिस की वर्दी पहनकर जेल में घुसे थे और उन्होंने लगभग 100 राउंड फायर किए. अन्य फरार कैदियों के नाम गुरप्रीत सिंह, विक्की सिंह गंडोरा, नितिन देओल और विक्रमजीत सिंह विक्की है. भागने वालों में से दो कैदी आतंकी हैं.
डिप्टी सीएम ने मानी थी बड़ी चूक
घटना की जानकारी मिलते ही पंजाब सरकार ने फरार कैदियों की सूचना देने पर 25 लाख रुपये के इनाम की घोषणा की थी. वहीं कांग्रेसी नेता अमरिंदर सिंह ने नाभा जेल से कैदियों के भागने की घटना में बादल सरकार के शामिल होने का आरोप लगाते हुए कहा था कि विधानसभा चुनावों से पहले राज्य में एक बार फिर से आतंकवाद के पनपने का खतरा बढ़ गया है. पंजाब के डिप्टी सीएम सुखबीर सिंह बादल ने कैदियों के इस तरह से फरार होने की घटना को जेल प्रशासन की बड़ी चूक मानते हुए डीजीपी(जेल) संजीव गुप्ता को निलंबित कर दिया था. साथ ही नाभा जेल अधीक्षक और उप-अधीक्षक को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त कर दिया गया था.