
दिल्ली पुलिस के अफसर और एसीबी चीफ एमएल मीणा ने कहा, "हॉस्पिटल धरने की जगह नहीं है। यहां किसी को प्रदर्शन की इजाजत नहीं दी जा सकती। यहां मरीज इलाज के लिए आते हैं। आप नेता यहां आकर डिस्टर्ब कर रहे थे, इसलिए उन्हें डिटेन किया गया। कांग्रेस नेता राहुल गांधी को भी हॉस्पिटल के अंदर न जाने की एडवाइस दी गई। फिर भी उन्होंने जाने की कोशिश की। इसलिए उन्हें अरेस्ट किया गया। रामकिशन के परिवार वाले को बता दिया गया था कि यहां पोस्टमाॅर्टम नहीं होगा। फिर भी वे यहीं रहे। उन्होंने नेताओं से बातचीत शुरू कर दी। इसलिए उन्हें भी हिरासत में लिया गया है।
रामकिशन के बेटे ने कहा, ''हमारे साथ बहुत ज्यादती हो रही है। एक फौजी की बेइज्जती है। देश में पहली बार ऐसा हुआ कि अरेस्ट कर लिया। लात-घूंसे मारे। गाली-गलौच की। ऐसा बर्ताव मैंने कभी नहीं देखा। हमको न्याय मिलना चाहिए। आप देशवासियों को बता सकते हैं।
राजनाथ बोले- जो जरूरी होगा, पुलिस करेगी
दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे राजनाथ सिंह से पूछा गया कि एक्स-सूबेदार के सुसाइड के बाद हॉस्पिटल के बाहर राहुल-सिसोदिया को अरेस्ट किया गया। कुछ कहेंगे? इस पर राजनाथ सिंह ने कहा, ''नहीं। मुझे कुछ नहीं कहना। उस वक्त जो कुछ भी करना होगा (हालात संभालने के लिए), पुलिस करेगी। बता दें कि दिल्ली पुलिस सीधे होम मिनिस्ट्री को रिपोर्ट करती है।