
झीलों के शहर के नाम से प्रसिद्ध भोपाल की इस स्मार्ट सिटी के बीचों बीच करीब 2 एकड़ क्षेत्र में तालाब का निर्माण किया जाएगा। इसके आसपास सेंट्रल पार्क और 50-50 मीटर ऊंची तीन आइकॉनिक बिल्डिंग्स के टॉवर बनेंगे। यह भी स्मार्ट सिटी की मुख्य पहचान होगी। इसका प्रवेश द्वार रोशनपुरा चौराहा पर होगा। यह पूरा प्रोजेक्ट करीब एक हजार करोड़ रुपए का है।
40 एकड़ पर 2500 सरकारी मकान बनाने से होगी शुरुआत
स्मार्ट सिटी की शुरुआत नॉर्थ टीटी नगर की 40 एकड़ जमीन पर 2500 सरकारी क्वार्टर बनाने से होगी। दिसंबर से इन कामों के लिए टेंडर जारी हो जाएंगे। ये क्वार्टर पीपीपी मोड पर बनाए जाएंगे। 40 एकड़ में ढाई हजार क्वार्टर बनाने वाले डेवलपर को इसके बदले में रोशनपुरा और होटल पलाश के सामने की 70 एकड़ जमीन दी जाएगी। इस जमीन का लैंड यूज पूरी तरह कमर्शियल होगा। यहां निर्माण कर डेवलपर अपनी लागत निकालेगा। सरकारी मकानों का निर्माण कार्य नॉर्थ टीटी नगर में 12 दफ्तर के सामने स्थित टूटे हुए सरकारी आवासों की खाली जमीन से शुरू होगा।
तकनीकी टीम भोपाल पहुंची
स्मार्ट सिटी में कहां, कितनी चौड़ी और लम्बी सड़कें बनना है, कहां नालियां और सीवेज लाइन बिछाई जाना है, बिजली की लाइनें कहां अंडरग्राउंड होंगी। इसका सर्वे करने के लिए एक टेक्निकल टीम मुम्बई से आ गई है। यह टीम 15 दिसंबर तक सर्वे करेगी।
सीवेज के लिए लगेगा एसटीपी
स्मार्ट सिटी के सीवेज को ट्रीट करने भारत माता चौराहा के पास सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट लगेगा। इससे निकलने वाला पानी बाणगंगा नाले में छोड़ा जाएगा, जो यहां से छोटे तालाब में जाएगा। इसे रिवर फ्रंट डेवलपमेंट के रूप में विकसित किया जाएगा।
रोशनपुरा से पैदल जा सकेंगे भदभदा
स्मार्ट सिटी में बनाया जाने वाला तालाब आसपास से निकलने वाले वेस्ट वॉटर से रिचार्ज होगा। पार्क के चारों तरफ आवासीय व कमर्शियल निर्माण होंगे। पार्क और उसके आसापास के रास्तों को कुछ इस तरह डिजाइन किया जाएगा कि रोशनपुरा से भदभदा तक का मार्ग 15 से 20 मिनट में पैदल ही तय किया जा सकेगा। अभी रोशनपुरा से भदभदा की दूरी करीब 4 किमी है।
स्मार्ट सिटी के लिए मास्टर प्लान फाइनल हो गया है। इसकी अंतिम बैठक 5 नवंबर को होगी। यह न्यूयार्क के सेंट्रल पार्क की तर्ज पर डेवलप होगी। यहां तालाब भी बनेगा। सबसे पहले नॉर्थ टीटी नगर में काम शुरू होगा।
छवि भारद्वाज, कमिश्नर, नगर निगम