
पीएम मोदी ने कहा कि 'बंद करने के लिए तो आप भी सहमत थे लेकिन आपने अपने हिसाब से चवन्नी बंद कर दी थी। आपकी ताकत उतनी थी। आपमें बड़ी नोट बंद करने की ताकत नहीं थी'। पीएम ने कहा कि लोग कहते हैं कि मैंने हजार की नोट का जादू किया, उन्हें मैं बता दूं कि पांच साल पहले मैंने सभा में कहा था कि कांग्रेस में दम नहीं चवन्नी बंद कर रही, मेरा बस चले तो एक हजार के नोट बंद कर दूं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कुछ लाख भ्रष्ट लोगों को छोड़कर पूरी आबादी इस कदम को सफल बनाने के के लिए काम कर रही है। आठ नवंबर की रात जब उन्होंने 500, 1000 रुपये के नोटों को बंद करने के फैसले की घोषणा की थी तो करोड़ों लोग शांति से सोये, लेकिन कुछ लाख लोग (भ्रष्ट) नींद की गोली खरीदने वाले हैं क्योंकि उनकी नींद उड़ गयी है। ( पढ़ते रहिए bhopal samachar हमें ट्विटर और फ़ेसबुक पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं।)